विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अगस्त महीने में अब तक घरेलू पूंजी बाजार से 8,319 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की है. एफपीआई टैक्स को लेकर अनिश्चितता तथा वैश्विक व्यापार से जुड़ी चिंताओं के कारण एफपीआई की निकासी जारी रही. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार इस दौरान एफपीआई ने 10,416.25 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की, जबकि 2,096.38 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की. इस तरह एक अगस्त से 16 अगस्त के दौरान वे 8,319 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे. एफपीआई अगस्त में अब तक के 10 में से नौ कारोबारी दिन शुद्ध बिकवाल रहे हैं. यह बेहद नकारात्मक धारणा का संकेत है. इससे पहले जुलाई में एफपीआई 2,985.88 करोड़ रुपये के बिकवाल रहे थे.

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बड़ी कंपनियों का मार्केट कैप घटा

एफपीआई की बेरुखी के चलते सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों में से 9 के मार्केट कैप में बीते सप्ताह कुल 84,354.1 करोड़ रुपये की कमी आई. इसमें टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा. टॉप 10 कंपनियों में से केवल रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की बाजार हैसियत में बढ़ोतरी देखने को मिली. आरआईएल का एमकैप शुक्रवार को समाप्त सप्ताह में 72,153.08 करोड़ रुपये बढ़कर 8,09,755.16 करोड़ रुपये पहुंच गया. 

इसके अलावा टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल), एचडीएफसी, इन्फोसिस, आईटीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई के मार्केट कैप में कमी दर्ज की गई. टीसीएस का मार्केट कैप 30,807.1 करोड़ रुपये घटकर 8,11,828.43 करोड़ रुपये रहा. एचडीएफसी की बाजार हैसियत 19,495.4 करोड़ रुपये घटकर 3,62,123.92 करोड़ रुपये रह गई. एचडीएफसी बैंक की मार्केट वैल्युएशन भी 15,065.8 करोड़ रुपये की कमी के साथ 6,08,826.25 करोड़ रुपये रह गई.