बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच विदेशी निवेशकों (FPIs) की वापसी हुई है. अक्टूबर के पहले हफ्ते FPIs ने करीब 2400 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे. इससे पहले सितंबर में विदेशी निवशकों ने 7600 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की थी. नतीजतन, भारतीय बाजार में बिकवाली देखने को मिली थी.  

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FPIs आगे भी करेंगे निवेश?

मार्केट एक्सर्ट्स के मुताबिक FPIs का भारतीय बाजार में निवेश का सिलासिला स्थिर न रहकर उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है. क्योंकि आने वाले समय में घरेलू फैक्टर्स और ग्लोबल स्लोडाउन का असर देखने को मिल सकता है.  कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च (रिटेल) हेड श्रीकांत चौहान के मुताबिक अमेरिका में जॉब ओपनिंग में गिरावट और ऑस्ट्रेलियाई सेंट्रल बैंक की उम्मीद से कम ब्याज दरों में बढ़ोतरी ने निवेशकों के बीच उम्मीद जगाई है कि वैश्विक दरें जल्द ही चरम पर पहुंच सकती हैं. ऐसी स्थिति में FPIs के निवेश में स्थिरता नहीं रहेगी.

अक्टूबर में FPIs की खरीदारी

डिपॉजिटरी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने 3 से 7 अक्टूबर के बीच 2440 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे. इससे पहले डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए की कमजोरी और US फेडरेल रिजर्व के हॉकिश स्टांस से FPIs ने सितंबर में बिकवाली की. इस दौरान करीब 7600 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की थी. जबकि अगस्त में 51200 करोड़ रुपए और जुलाई में 5000 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे. हालांकि, विदेशी निवेशकों ने पिछले साल अक्टूबर से लगातार 9 महीनों तक भारतीय बाजार में केवल बिकवाली की थी.

2022 में विदेशी निवेशकों की बिकवाली

Geojit Financial Services के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी के विजयकुमार ने कहा कि अक्टूपबर में FPIs की हल्की खरीदारी देखने को मिली, लेकिन इसके बरकार रहने की संभावना बेहद कम है. उन्होंने कहा कि जब डॉलर अपने पीक रहेगा केवल तभी विदेशी निवेशक खरीदारी करेंगे.  आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने इस साल शेयर बाजार में अबतक करीब 1.66 लाख करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की है. वहीं , डेट मार्केट से करीब 2950 करोड़ रुपए की निकासी हुई है.