विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने इस महीने के पहले छह कारोबारी सत्रों में भारतीय इक्विटी बाजारों में 26,505 करोड़ रुपए का निवेश किया है. इसे तीन राज्यों में बीजेपी की चुनावी जीत और मजबूत आर्थिक आंकड़ों का असर माना जा रहा है. इसके पहले नवंबर में FPI ने 9,000 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया था. डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर और अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों से 39,300 करोड़ रुपए की निकासी की थी.

FPI इन्फ्लो जारी रहने की उम्मीद

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जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि आगे भी FPI का निवेश प्रवाह जारी रहने की संभावना है. आंकड़ों के मुताबिक, FPI ने दिसंबर महीने में आठ तारीख तक भारतीय इक्विटी में 26,505 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया है. विजयकुमार ने कहा, ‘2024 के आम चुनावों के बाद राजनीतिक स्थिरता रहने के संकेत, भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूत वृद्धि की रफ्तार, महंगाई में गिरावट, अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में लगातार कमी और ब्रेंट क्रूड की कीमतों में नरमी ने हालात को भारत के पक्ष में बदल दिया है.’

विधानसभा चुनाव में BJP की जीत का महत्वुपूर्ण प्रभाव

फिडेलफोलियो इन्वेस्टमेंट्स के संस्थापक किसलय उपाध्याय ने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों के नतीजों ने FPI प्रवाह को तेजी देने में अहम भूमिका निभाई क्योंकि इससे आगे चलकर राजनीतिक स्थिरता का संकेत मिलता है.

डॉलर में कमजोरी आ रही है

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के सह निदेशक- शोध प्रबंधक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अगले साल की पहली तिमाही से ब्याज दर में कटौती का संकेत दिया है जो ब्याज दर में तेजी का दौर खत्म होने का इशारा करता है. रुख में इस बदलाव से अन्य मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर कमजोर हुआ है. इसके अलावा अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड के प्रतिफल में आई गिरावट ने विदेशी निवेशकों को भारतीय इक्विटी बाजारों में निवेश के लिए प्रेरित किया है.

बैंकिंग स्टॉक्स में फिर से कर रहे खरीदारी

FPI अग्रणी बैंकों को लेकर फिर से खरीदार बन गए हैं जहां पहले वे बिकवाल बने हुए थे. इसके अलावा सूचना प्रौद्योगिकी, दूरसंचार, वाहन और पूंजीगत उत्पाद खंडों की बड़ी कंपनियों में भी खरीदारी देखी जा रही है. बॉन्ड के मामले में समीक्षाधीन अवधि के दौरान FPI ने डेट मार्केट में 5,506 करोड़ रुपए का निवेश किया. इसके पहले नवंबर में छह साल के उच्चतम स्तर 14,860 करोड़ रुपए और अक्टूबर में 6,381 करोड़ रुपए का निवेश आया था. विदेशी निवेशकों ने इस साल अब तक इक्विटी बाजारों में 1.31 लाख करोड़ रुपए और डेट मार्केट में 55,867 करोड़ रुपए का निवेश किया है.