बीते हफ्ते सेंसेक्स में 1830 अंकों की गिरावट रही. चारों कारोबारी सत्र में बाजार लुढ़क कर बंद हुआ. आगे बाजार के एक्शन को लेकर एक्सपर्ट्स ने कहा कि वैश्विक रुझान, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की गतिविधियां और ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे. विश्लेषकों ने यह बात कही है. गुरुवार को मंथली डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट के क्लोजिंग की वजह से इस सप्ताह बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है.

गुरुवार को मंथली डेरिवेटिव्स का निपटान होगा

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स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह सितंबर माह के वायदा और विकल्प (एफएंडओ) अनुबंधों का निपटान है. इससे बाजार में उतार-चढ़ाव रहने की संभावना है.’’ कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अमोल अठावले ने कहा, ‘‘कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, डॉलर सूचकांक की मजबूती और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली से बाजार की धारणा प्रभावित हुई है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा वैश्विक और घरेलू वृहद आर्थिक आंकड़े, वैश्विक बाजारों का रुझान, कच्चे तेल की कीमतें, डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल, एफआईआई और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की गतिविधियां भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगी.’’

अमेरिका और यूरोप जारी करेगा GDP डेटा

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार अमेरिका और ब्रिटेन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और यूरो क्षेत्र के महंगाई के आंकड़ों से भी दिशा लेगा.’’ पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,829.48 अंक या 2.69 फीसदी के नुकसान में रहा, वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 518.1 अंक या 2.56 फीसदी टूटा.

क्रूड में तेजी से बाजार का रुख निगेटिव

कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘हालांकि, अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने अपनी हालिया बैठक में प्रमुख ब्याज दर में बदलाव नहीं किया है, लेकिन उसने आगे सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया है. इसके अलावा कच्चे तेल के दाम भी उच्च स्तर पर हैं. इन कारकों से बाजार का रुख नकारात्मक रहा है.’

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