मतगणना से पहले एक्जिट पोल में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के फिर से वापस आने के संकेत मिले हैं. इस सप्ताह चुनाव परिणाम के रुख से ही शेयर बाजारों की दिशा तय होने वाली है. देश में सात चरण में हुए आम चुनावों के नतीजे 23 मई को आएंगे. विश्लेषकों की राय में एक्जिट पोल के संभावित अनुमान को लेकर पिछले कुछ दिनों में बाजार में तेजी देखने को मिली.

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सातवें चरण के चुनाव के बाद रविवार को जारी अधिकतर एक्जिट पोल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नया कार्यकाल मिलता दिख रहा है. इनमें से कई ने भाजपा नीत राजग को 300 से अधिक सीटें दी हैं. 

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) एवं शेयर बाजारों ने चुनावी गतिविधियों को देखते हुए बाजार में किसी भी तरह के हेरफेर को रोकने के लिए अपने निगरानी तंत्र को तैयार रखा है. 

रिटेल रिसर्च के प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, 'अधिकतर एक्जिट पोल में राजग अच्छे अंतर से लोकसभा चुनाव जीतते हुए दिख रहा है. पिछले कुछ दिनों में बाजार पर इसका आंशिक असर देखने को भी मिला है. अगर बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाब रहती है तो बाजार पर इसके अधिक सकारात्मक असर देखने को मिलेंगे.' 

उन्होंने कहा, 'हालांकि इस बात को देखें कि पिछले दो चुनावों में एक्जिट पोल के आंकड़े वास्तविक आंकड़े के बहुत करीब नहीं रहें तो कहा जा सकता है कि बाजार में उत्साह रहेगा लेकिन बहुत अधिक उत्साह नहीं रहेगा.' 

 

एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुस्तफा नदीम ने कहा, ‘‘इस सप्ताह एक ऐसा घटनाक्रम है जो दीर्घावधि के लिए बाजार का रुख तय करेगा. इसी से संपत्ति सृजन का रुख तय होगा. चुनाव नतीजे इस तरह के राजनीतिक घटनाक्रम होते हैं जो वर्षों के लिए रुख तय करते हैं. ऐसे में यह अर्थव्यवस्था और निवेशकों की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है.’’ 

उन्होंने कहा कि बाजार में कुछ अधिक उतार-चढ़ाव रह सकता है लेकिन एक्जिट पोल से बाजार को निर्णय करने में कुछ आसानी हो सकती है.

सैमको सिक्योरिटीज एंड स्टॉकनोट के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा, ‘‘ यह सप्ताह पूरे साल का सबसे महत्वपूर्ण है. लोगों की निगाह ‘स्टॉक कोट’ नहीं ‘वोट कोट’ पर रहेगी. 

सप्ताह के दौरान कुछ बड़ी कंपनियों मसलन टाटा मोटर्स, केनरा बैंक और सिप्ला के नतीजे आने हैं. ऐसे में तिमाही नतीजे भी बाजार की दिशा तय करेंगे. 

इसके अलावा कच्चे तेल के दाम, अमेरिका-चीन व्यापार विवाद, रुपये का उतार-चढ़ाव तथा विदेशी कोषों का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण होगा. 

बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 467.78 अंक या 1.24 प्रतिशत चढ़ा. शुक्रवार को सेंसेक्स 537.29 अंक या 1.44 प्रतिशत के लाभ से 37,930.77 अंक पर पहुंच गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 150.05 अंक या 1.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,407.15 अंक पर बंद हुआ.