अगले सप्ताह शेयर बाजार की चाल राज्यों के चुनावी नतीजे, घरेलू और विदेशी आर्थिक आंकड़े, वैश्विक बाजारों के रुख, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) द्वारा किए गए निवेश, डॉलर के प्रति रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतें मिलकर तय करेंगे.

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पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को जारी किए जाएंगे, जिस पर निवेशकों की नजर बनी हुई है. ये नतीजे अगले साल होने वाले आम चुनावों का भी मूड तय करेंगे. राजस्थान और तेलंगाना में सात दिसंबर को मतदान हुआ था. मध्य प्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को मतदान हुए थे, जबकि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 12 ओर 20 नवंबर को मतदान हुए थे. सभी पांचों राज्यों के वोटों की गिनती मंगलवार (11 दिसंबर) को होगी. 

आर्थिक मोर्चे पर, देश के औद्योगिकी उत्पादन का अक्टूबर का आंकड़ा बुधवार (12 दिसंबर) को जारी किया जाएगा. देश का औद्योगिक उत्पादन सितंबर में साल-दर-साल आधार 4.5 फीसदी की वृद्धि हुई थी. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति के नवंबर के आंकड़े भी बुधवार (12 दिसंबर) को ही जारी किए जाएंगे. 

थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति के नवंबर के आंकड़ों की घोषणा शुक्रवार (14 दिसंबर) को की जाएगी. अक्टूबर में साल-दर-साल आधार पर थोक मूल्य सूचकांक में 5.3 फीसदी की वृद्धि हुई थी, और उससे एक महीने पहले यह 5.13 फीसदी के उच्च स्तर तक पहुंच गई थी.

वैश्विक मोर्चे पर, अमेरिका के कोर मुद्रास्फीति के नवंबर के आंकड़े बुधवार (12 दिसंबर) को जारी किए जाएंगे. कोर उपभोक्ता वस्तुओं में खाद्य पदार्थो और ऊर्जा जैसी अस्थिर वस्तुओं को छोड़कर अन्य मुख्य वस्तुओं को शामिल किया जाता है. इस में अक्टूबर में साल-दर-साल आधार 2.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, जबकि इसके पिछले महीने इसमें 2.2 फीसदी की वृद्धि हुई थी. 

(इनपुट आईएएनएस से)