धनतेरस के मौके पर फुटकर कारोबारियों और आभूषण विक्रेताओं की सांकेतिक लिवाली से सोमवार को सोना 40 रुपये बढ़कर 32,690 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. लोगों में यह मान्यता है कि धनतेरस के दिन सोना, चांदी आदि खरीदने से समृद्धि आती है. धनतेरस को उत्तर भारत और पश्चिमी भारत में काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है.

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विश्व की प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने से ग्‍लोबल गोल्‍ड मार्केट में नरमी का रुख रहा जिससे यहां घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में तेजी पर कुछ अंकुश लग गया. सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि हीरे और सोने के आभूषणों को बनाने के शुल्क पर छूट की पेशकश के साथ ही कई तरह के अन्य प्रोत्साहनों से दिन के कारोबार में बिक्री 20 प्रतिशत अधिक रही और बाद में इसमें और तेजी की संभावना है. उन्होंने कहा कि इस त्यौहार के मौके पर सोना और चांदी के सिक्कों में भारी लिवाली देखी गई.

उन्होंने कहा कि सोने की कीमतें करीब छह साल के उच्चतम स्तर पर हैं. राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 40-40 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 32,690 रुपये और 32,540 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई. शनिवार को इसमें 20-20 रुपये की तेजी आई थी.    

हालांकि, गिन्नी की कीमत 24,900 रुपये प्रति आठ ग्राम पर अपरिवर्तित रही. एमसीएक्स के वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी वाले सोने की कीमत 22 रुपये अथवा 0.09 प्रतिशत घटकर 31,723 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई. सोने की ही तरह चांदी तैयार की कीमत भी 10 रुपये की तेजी के साथ 39,540 रुपये प्रति किग्रा हो गई लेकिन कमजोर वैश्विक संकेतों के अनुरूप चांदी साप्ताहिक डिलीवरी की कीमत 183 रुपये की हानि के साथ 38,637 रुपये प्रति किग्रा रह गई.

वैश्विक स्तर पर सिंगापुर में सोमवार को सोना 0.04 प्रतिशत घटकर 1,232.70 डॉलर प्रति औंस तथा चांदी 0.14 प्रतिशत गिरकर 14.80 डॉलर प्रति औंस रह गई. इस बीच सोने की कीमत पिछले वर्ष के धनतेरस के मुकाबले 1,890 रुपये अथवा छह प्रतिशत बढ़ गई जबकि चांदी 1,470 रुपये अथवा 3.5 प्रतिशत नीचे रही है.