Bombay stock exchange: प्रमुख शेयर बाजार बीएसई (BSE Sensex) ने 6 जून से 21 सितंबर के बीच एक करोड़ निवेशक खाते जोड़े हैं. इसके साथ केवल 107 दिन में निवेशक खातों की संख्या आठ करोड़ से ऊपर पहुंच गई है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, इससे पहले शेयर बाजार (share market) ने 6 जून को कहा था कि उसके रजिस्टर्ड यूजर का बेस (आधार) 7 करोड़ को पार कर गया है. पिछले साल 23 मई से यानी 12 महीने से थोड़े ज्यादा समय में दो करोड़ रजिस्टर्ड निवेशक खाते जोड़े गए.

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इक्विटी निवेश बढ़ने की ये रही वजहें

खबर के मुताबिक, इस बारे में बीएसई के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) आशीष कुमार चौहान ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से ज्यादा समय से प्रत्यक्ष रूप से या फिर म्यूचुअल फंड के जरिये से इक्विटी निवेश बढ़ा है. इंटरनेशनल लेवल पर इसके कई वजहें हैं और घरेलू बाजार भी इस रुख को फॉलो कर रहा है.

निवेश करने को लेकर सतर्क रहने की भी सलाह

चौहान ने बाजार में निवेश करने को लेकर सतर्क रहने की भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि हर निवेशक के लिए यह जरूरी है कि वह निवेश करने से पहले कंपनी के बारे में पूरी जानकारी रखे और उस प्रोडक्ट्स के बारे में पूरा ब्योरा रखे, जिसमें वह पैसा लगाने जा रहे हैं. चौहान ने कहा कि फरवरी 2008 में एक्सचेंज के पास सिर्फ एक करोड़ निवेशक खाते थे. यह जुलाई 2011 तक बढ़कर दो करोड़ हो गए.

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यह सबसे तेज बढ़ोतरी रही

जनवरी 2014 में इसे तीन करोड़ तक ले जाने में बीएसई को करीब तीन साल लगे, और अगस्त 2018 में यह चार करोड़ के लेवल को पार कर गया. इसने मई 2020 में पांच करोड़ का आंकड़ा पार किया. 19 जनवरी 2021 को छह करोड़ और 6 जून 2021 को सात करोड़ का आंकड़ा पार किया. इसने 21 सितंबर, 2021 को आठ करोड़ के स्तर को पार कर लिया. यह सबसे तेज बढ़ोतरी रही. केवल 107 दिन में एक करोड़ खाते जोड़े गए.