Editor's Take: बाजार में किन बातों का रखें ख्याल, कैसे समझें मंदी का ट्रेंड, जानिए अनिल सिंघवी की राय
अनिल सिंघवी ने कहा कि अगर किसी अच्छी खबर पर बाजार मजबूती के साथ खुले, लेकिन ऊपरी स्तरों पर प्रॉफिटबुकिंग आ जाए तो समझें कि बाजार का ट्रेंड कमजोर है.
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है. लगातार दो दिन की सुस्त और कमजोर क्लोजिंग के बाद आज अच्छे हरे निशान में कारोबार हो रहा है. मजबूत ग्लोबल संकेतों से निफ्टी और निफ्टी बैंक में सवा फीसदी तक की तेजी है. ऐसे बाजार में निवेशकों को किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, बाजार के किन फैक्टर्स और ट्रिगर्स पर ध्यान रखना चाहिए, इस पर ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने क्या कहा... आइए जानते हैं
बाजार के ट्रेंड को कैसे समझें?
उन्होंने कहा कि अगर किसी अच्छी खबर पर बाजार मजबूती के साथ खुले, लेकिन ऊपरी स्तरों पर प्रॉफिटबुकिंग आ जाए तो समझें कि बाजार का ट्रेंड कमजोर है. इसका मतलब यह हुआ कि निवेशक ऊपरी स्तरों पर बेचकर निकलने का मौका देख रहे हैं. यह बात इक्विटी मार्केट के लिए भी लागू होती और कच्चे तेल में भी. उदाहरण के तौर पर अगर ओपेक क्रूड का प्रोडक्शन 1 लाख बैरल घटाता है तो इसे कम से कम 100 डॉलर के पास जाना था, लेकिन कीमतों में केवल 2 डॉलर की ही बढ़ोतरी हुई. फिर उसके बाद कीमतों पर दबाव देखने को मिली. इसका यह मतलब है कि कच्चे तेल का ट्रेंड मंदी का है. क्योंकि अच्छी खबर के बावजूद भी उसमें बिकवाली देखने को मिल रही है.
क्या होती है मार्केट की साइकलोजी?
अनिल सिंघवी ने कहा कि अगर बाजार में तेजी का ट्रेंड है, तो निवेशक खराब खबर पर नीचे खुलने का इंतजार करते हैं. ताकि निचले स्तर पर खरीदकर ऊंचे भाव पर बिकवाली कर सकें. यही मार्केट की साइकलोजी है. हालांकि, इस दौरान बाजार में धीमापन भी देखने को मिल सकता है, ग्लोबल संकेत का भी असर देखने को मिल सकते हैं.
मजबूत खुले आज के बाजार
बता दें कि आज (8 सितंबर 2022) ग्लोबल सेंटीमेंट्स के दम पर घरेलू शेयर बाजार हरे निशान में खुले. सेंसेक्स 400 अंक से ज्यादा की मजबूती देखी गई. निफ्टी 17700 के ऊपर खुला. सेंसेक्स के सभी 30 स्टॉक हरे निशान में हैं.