AGS Transact Technologies Opens: पेमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर कंपनी AGS Transact Technologies का IPO आज से खुल गया है. रिटेल निवेशक इसमें 24 जनवरी तक पैसा लगा सकते हैं. यह साल 2022 का पहला IPO है. कंपनी का IPO बुधवार यनी 19 जनवरी के खुलेगा और इसमें 21 जनवरी तक निवेश किया जा सकता है. कंपनी की IPO से 680 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है. यह IPO सिर्फ ऑफर फॉर सेल (OFS) पर बेस्ड होगा. AGS Transact Technologies ने IPO के लिए प्राइस बैंड 166-175 रुपए प्रति शेयर तय किया है. अगर आप इसमें पैसे लगाने की तैयारी में हैं तो पहले पूरी डिटेल जान लें. ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने भी अपनी राय दी है.

क्या पॉजिटिव, क्या निगेटिव?

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मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने IPO से दूर रहने की सलाह दी है. उन्होंने IPO पर Nota/Avoid की सलाह दी है. कंपनी के लिए पॉजिटिव-निगेटिव भी बताए हैं. अनिल सिंघवी का मानना है कि कंपनी कैश मैनेजमेंट और ATM सर्विसेज में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. एंकर बुक में अच्छे घरेलू फंड्स के नाम शामिल हैं. ये कंपनी के लिए पॉजिटिव है. लेकिन, कंपनी के फाइनेंशियल्स बहुत निराशाजनक हैं. मौजूदा साल में कंपनी को घाटा भी हुआ है. कैश फ्लो होने के बावजूद कंपनी पर कर्ज ज्यादा है. वेतन, GST और कुछ क्रेडिटर्स के पेमेंट में भी देरी हुई है. ऐसे में IPO से दूर रहने में ही समझदारी है.

680 करोड़ का OFS

AGS Transact Technologies IPO में 680 करोड़ रुपए के शेयर जारी किए गए. यह सभी शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) में दिए गए हैं. इसके जरिए कंपनी के प्रमोटर रवि बी गोयल समेत मौजूदा शेयरहोल्डर अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे. इश्यू के बाद कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी करीब 32 फीसदी घट जाएगी, जबकि पब्लिश शेयरहोल्डिंग मौजूदा 1.1 फीसदी से बढ़कर 33.26 फीसदी हो जाएगी.

प्राइस बैंड और लॉट साइज

AGS Transact Technologies ने अपने IPO के लिए प्राइस बैंड 166-175 रुपए प्रति शेयर तय किया है. वहीं, इसमें लॉट साइज 85 शेयरों का होगा. कम से कम एक लॉट के लिए बोली लगानी जरूरी होगी. अपर प्राइस बैंड 175 रुपए के लिहाज से कम से कम 14,875 रुपए IPO में लगाने होंगे. इसके बाद 85 शेयरों के मल्टीपल में निवेश किया जा सकता है. इश्यू का साइज 680 करोड़ रुपए का होगा.

किसके लिए कितना रिजर्व

IPO के तहत 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा गय है. 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व है. जबकि 15 फीसदी हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है. 

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क्या करती है कंपनी?

AGS Transact Technologies दिसंबर 2002 में इनकॉरपोरेट की गई थी. यह कंपनी फिलहाल देश के सबसे बड़े पेमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर्स में शामिल है, जो बैंकों और कॉरपोरेट ग्राहकों को डिजिटल और कैश आधारित सॉल्यूशन मुहैया कराती है. यह कंपनी पेमेंट सॉल्यूशन, बैंकिंग ऑटोमेशन सॉल्यूशन और अन्य ऑटोमेशन सॉल्यूशन मुहैया कराती है. इसके ग्राहकों में रिटेल, पेट्रोलियम और कलर सेक्टर से कस्टमर शामिल हैं. कंपनी ने अपने कारोबार का विस्तार श्रीलंका, सिंगापुर, कंबोडिया, फिलीपीन्स और इंडोनेशिया जैसे अन्य एशियाई देशों में भी किया है.