Adani Wilmar IPO: अगर आप प्राइमरी मार्केट में पैसे लगाकर मोटी कमाई करने की सोच रहे हैं तो अगले हफ्ते आपके पास बेहतर मौका है. 27 जनवरी को साल 2022 का दूसरा IPO खुलने जा रहा है. असल में अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी विल्मर (Adani Wilmar) का IPO 27 जनवरी को खुल रहा है. इश्यू का साइज 3600 करोड़ रुपये है. कंपनी ने इसके लिए प्राइस बैंड 218-230 रुपये प्रति शेयर तय किया है. इस इश्यू में 31 जनवरी तक निवेश किया जा सकता है. अडानी विल्मर फॉर्च्यून ब्रांड से एडिबल ऑयल और दूसरे फूड प्रोडक्ट बनाती है. फिलहाल अगर आप इसमें पैसे लगाने की सोच रहे हैं तो पहले पूरी डिटेल जान लेना जरूरी है.

3600 करोड़ का इश्यू 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Adani Wilmar के IPO में 1 रुपये के फेस वैल्यू पर 3600 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जएंगे. इस इश्यू में ऑफर फॉर सेल (OFS) नहीं होगा. पहले कंपनी ने IPO का साइज 4500 करोड़ रुपये का रखा था, हालांकि बाद में इसे घटाकर 3600 करोड़ रुपये कर दिया. कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए 107 करोड़ रुपये के शेयर रिजर्व रखे हैं. उन्हें बिडिंग में 21 रुपये प्रति शेयर की छूट मिलेगी. यह अडनी ग्रुप की बाजार में लिस्ट होने वाली 7वीं कंपनी होगी.

प्राइस बैंड और लॉट साइज

Adani Wilmar ने IPO के लिए प्राइस बैंड 218-230 रुपए प्रति शेयर तय किया है. जबकि कंपनी की वैल्युएशन 26287 करोड़ रुपए आंकी गई है. Adani Wilmar में अडानी ग्रुप और सिंगापुर स्थित विल्मर ग्रुप की 50—50 फीसदी हिस्सेदारी है. कंपनी ने IPO के लिए लॉट साइज 65 शेयरों का रखा है. अपर प्राइस बैंड 230 रुपये के लिहाज से इसमें कम से कम 14,950 रुपये लगाने होंगे. वहीं अधिकतम 194,350 रुपये लगाने होंगे.

किसके लिए कितना रिजर्व

Adani Wilmar ने IPO में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (QIBs) के लिए 50 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा है. वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए 15 फीसदी और रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा है. Kotak Mahindra Capital, JP Morgan India, BofA Securities India, Credit Suisse Securities (India), ICICI Securities, HDFC Bank और BNP Paribas इस इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर्स होंगे.

फंड का कैसे होगा इस्तेमाल?

DRHP के मुताबिक कंपनी 1900 करोड़ रुपए कैपिटल एक्सपेंडिचर के रूप में खर्च करेगी. 1059 करोड़ रुपए कर्ज भुगतान में खर्च करेगी, जबकि 450 करोड़ रुपए से यह रणनीतिक अधिग्रहण करेगी.