साल 2023 खत्म होने के कगार पर पहुंच चुका है. ये साल तमाम स्टार्टअप्स (Startup) के लिए बहुत उतार-चढ़ाव वाला साबित हुआ. इस पूरे साल फंडिंग विंटर (Funding Winter) का दौर जारी रहा. स्टार्टअप्स को मिलने वाली फंडिंग में तगड़ी गिरावट देखने को मिली. साथ ही इस साल कई स्टार्टअप बंद भी हो गए. इसी बीच कई ऐसे फाउंडर्स रहे, जिन्होंने एक स्टार्टअप से निकलकर दूसरा स्टार्टअप शुरू कर दिया. आइए जानते हैं ऐसे ही 7 स्टार्टअप फाउंडर्स (Startup Founders) के बारे में, जिन्होंने एक स्टार्टअप से निकल कर कोई दूसरा बिजनेस शुरू किया.

Dineout के को-फाउंडर विवेक कपूर

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इसी साल डाइनआउट के को-फाउंडर विवेक कपूर ने स्विगी का साथ छोड़ा और दिल्ली के हेल्थकेयर फाइनेंसिंग स्टार्टअप AyushPay का हाथ थाम लिया. AyushPay में वह को-फाउंडर और चीफ बिजनेस ऑफिसर बने. इससे पहले वह AyushPay में एंजेल इन्वेस्टर भी थे और एक्टिव तरीके से स्टार्टअप के साथ काम कर रहे थे. इसकी शुरुआत साल 2021 में निमिथ अग्रवाल और कर्नल हेमराज ने की थी. विवेक कपूर स्विगी की लीडरशिप टीम का हिस्सा तब बने थे, जब टाइम्स इंटरनेट ने पिछले साल Dineout का अधिग्रहण कर लिया था.

Teachmint के को-फाउंडर अंशुमान कुमार

अपने नए बिजनेस Duolop पर फोकस करने के लिए Teachmint के को-फाउंडर और सीटीओ अंशुमान कुमार ने इस एडटेक स्टार्टअप को मार्च के महीने में छोड़ दिया. वह एक डेटिंग और रिलेशनशिप मैनेजमेंट ऐप बनाना चाहते थे. कुमार ने अपने लिंक्डइन पर इस बारे में लिखा भी था कि वह Duolop की शुरुआत करने के लिए एडटेक स्टार्टअप को छोड़ रहे हैं. बता दें कि Teachmint की शुरुआत साल 2020 में अंशुमान कुमार, मिहिर गुप्ता, पायोज जैन और दिव्यांश बोरडिया ने की थी.

GoMechanic के को-फाउंडर्स रिषभ करवा और नितिन राणा

ऑटोमोबाइल आफ्टर सेल सर्विस स्टार्टअप GoMechanic के को-फाउंडर्स रिषभ करवा और नितिन राणा ने इस स्टार्टअप से इस्तीफा दिया. इस स्टार्टअप में कुछ वित्तीय अनियमितताएं पाई गई थीं. दोनों ही फाउंडर्स ने यहां से इस्तीफा देकर एक दूसरा स्टार्टअप शुरू किया. हालांकि, अभी तक इस स्टार्टअप से जुड़ी जानकारियां सार्वजनिक नहीं की गई हैं, लेकिन ये साफ है कि दोनों मिलकर किसी नए स्टार्टअप पर का कर रहे हैं.

ShareChat के को-फाउंडर्स भानु प्रताप सिंह और फरीद अहसान

भानु प्रताप सिंह और फरीद अहसान ने ShareChat से इस्तीफा देकर अपना दूसरा वेंचर शुरू किया. इस नए वेंचर का नाम है General Autonomy, जिसे इसी साल मई के महीने में शुरू किया गया था. नवंबर के महीने में कंपनी ने करीब 3 मिलियन डॉलर की सीड फंडिंग भी जुटाई है. शेयरचैट छोड़ने से पहले भानु प्रताप सिंह कंपनी के सीटीओ थे और फरीद अहसान कंपनी के सीओओ थे.

Polygon के को-फाउंडर Jaynti Kanani

अक्टूबर के महीने में Polygon के को-फाउंडर Jaynti Kanani ने इस ब्लॉकचेन स्केलिंग प्लेटफॉर्म से इस्तीफा दे दिया, ताकि वह नए वेंचर पर फोकस कर सकें. उन्होंने ट्विटर पर इसके बारे में पोस्ट भी लिखी. उन्होंने 2017 में Polygon की शुरुआत की थी. अब उन्होंने दो नए स्टार्टअप Mozak और Morphic की शुरुआत की है.