देश की स्टार्टअप कंपनी SabPaisa (SRS Live Technologies) को केंद्रीय रिजर्व बैंक से देश में पेमेंट एग्रीगेटर के तौर पर काम करने का लाइसेंस मिल गया है. कंपनी की ओर से इसकी जानकारी दी गई है. बूटस्ट्रैप स्टार्टअप के तौर पर शुरुआत करने वाली कंपनी SabPaisa अब कुछ फिनटेक कंपनियों में शामिल हो गई है, जिनके पास आरबीआई की ओर से Payments and Settlement Systems Act, 2007 के तहत पेमेंट एग्रीगेशन सेवाओं के लिए मंजूरी मिली हुई है. इन कंपनियों में कुछ यूनिकॉर्न स्टार्टअप भी शामिल हैं. 

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SabPaisa के CEO और को-फाउंडर पथिकृत दासगुप्ता ने कहा कि "ये अधिकार मिलना हमारे विजन को सच्चा साबित किया है और भारत में बेस्ट फिनटेक संस्था बनने के हमारे मिशन को बूस्ट करने का काम किया है. इस अधिकार के साथ जो जिम्मेदारियां बढ़ी हैं, उसे हम पहचानते हैं, हमारा उद्देश्य  खुद को पेमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइड कराने के साथ यह सुनिश्चित करना है कि हम बाजार में कॉम्पटिशन बनाए रखने के साथ भविष्य के लिए तैयार रहें."

क्या है पेमेंट एग्रीगेटर फ्रेमवर्क?

मार्च 2022 में लाए गए पेमेंट एग्रीगेटर फ्रेमवर्क के मुताबिक, देश में बस वैसी ही कंपनियां मर्चेंट्स को पेमेंट एग्रीगेशन सर्विस देंगी, जिनको आरबीआई से इसके लिए अलग से मंजूरी मिली होगी. देश में Razorpay, Stripe, Pine Labs, CCAvenue सहित कुछ और कंपनियां हैं जो पेमेंट एग्रीगेटर अपनी सुविधाएं देती हैं. अब SabPaisa भी इसमें शामिल हो गई है.

SabPaisa के बारे में

बूटस्ट्रैप स्टार्टअप (ऐसे स्टार्टअप जो बिना किसी बाहरी निवेश और पूंजी के, बस अपनी बचत से बिजनेस खड़ा करते हैं) SabPaisa ने पिछले दो सालों में अपना रेवेन्यू दोगुना होते हुए देखा है. वित्तवर्ष 2022-23 में कंपनी इसमें पांच गुना उछाल देख सकती है. कंपनी का हेडक्वार्टर नई दिल्ली में है. मौजूदा वक्त में कंपनी कई बड़े एंटरप्राइज, बैंकों और सरकारी संस्थाओं के साथ काम कर रही है.