फिनटेक स्टार्टअप PhonePe ने वित्त वर्ष 2023 के तिमाही नतीजे आ गए हैं. इन नतीजों में कंपनी के रेवेन्यू में तगड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली है और ये 3000 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है. वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का कुल रेवेन्यू 2914 करोड़ रुपये रहा है. यह रेवेन्यू पिछले साल के 1646 करोड़ रुपये के रेवेन्यू से करीब 77 फीसदी अधिक है. फोनपे की तरफ से स्मार्ट स्पीकर्स, रेंट का भुगतान और इंश्योरेंस जैसे बिजनेस में एंट्री मारने की वजह से कंपनी का रेवेन्यू तो बढ़ा है, लेकिन मुनाफे या नुकसान का क्या?

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वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सिर्फ PhonePe India Pvt Ltd का स्टैंडअलोन EBITDA करीब 1755 करोड़ रुपये निगेटिव रहा है. पिछले साल यह 1612 करोड़ रुपये निगेटिव था. यानी देखा जाए तो कंपनी का नुकसान इस साल पिछले साल की तुलना में बढ़ा है. अगर फोनपे का EBITDA देखें और इसमें ESOP की कॉस्ट को ना गिनें तो यह पॉजिटिव हो चुका है, जो 159 करोड़ रुपये है. यह अच्छी बात इसलिए है, क्योंकि पिछले साल यह 455 करोड़ रुपये निगेटिव था. बता दें कि फोनपे ने ESOP के तहत काफी सारा स्टेक कर्मचारियों के दिया हुआ है. हालांकि, कंपनी ने इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है कि ESOP के तहत कितना स्टेक दिया गया है.

कई नए बिजनेस किए हैं शुरू

फोनपे की कमाई बढ़ने की एक बड़ी वजह ये है कि कंपनी ने कई नए-नए बिजनेस शुरू किए हैं. आइए जानते हैं कुछ खास के बारे में.

टैक्स भुगतान का फीचर

फोनपे ने पिछले दिनों कई सुविधाएं शुरू की हैं, जिनकी वजह से भी कंपनी की कमाई में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. कुछ समय पहले ही कंपनी ने इनकम टैक्स भुगतान (Income Tax Payment) को आसान बनाने के लिए एक नया फीचर शुरू किया था. इस इनोवेटिव फीचर के तहत यूजर्स अपने सेल्फ-असेसमेंट और एडवांस टैक्स (Advance Tax) का भुगतान सीधे फोनपे से ही कर सकते हैं. इसके लिए आपको इनकम टैक्स पोर्टल (Income Tax Portal) पर जाने की जरूरत भी नहीं.

मर्चेंट लेंडिंग सर्विस

फिनटेक इंडस्ट्री के जाने-माने नाम फोनपे ने (PhonePe) अपने प्लेटफॉर्म पर मर्चेंट लेंडिंग सर्विस (Merchant Lending Service) की शुरुआत कर दी है. मौजूदा वक्त में इस फिनटेक कंपनी के पास करीब 35 मिलियन यानी लगभग 3.5 करोड़ मर्चेंट का एक बड़ा नेटवर्क है. कंपनी अपने मर्चेंट्स को अपनी टेक्नोलॉजी और अपने बड़े डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क के जरिए बैंकों और एनबीएफसी (NBFC) पार्टनर्स के जरिए लोन मुहैया करवाएगी. लोन देने का काम और बाद में उसे रिकवर करने की जिम्मेदारी बैंकों और एनबीएफसी की ही होगी.

49 करोड़ से ज्यादा हैं कंपनी के रजिस्टर्ड यूजर

साल 2015 में शुरू हुई फिनटेक कंपनी फोनपे का दावा है कि उसके पास करीब 49 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर हैं और कंपनी के पास 3.6 करोड़ ऑफलाइन मर्चेंट्स का एक बड़ा नेटवर्क है. अगर यूपीआई पेमेंट्स की वैल्यू के हिसाब से देखें तो बाजार की 50 फीसदी हिस्सेदारी फोनपे के पास है. मार्च 2023 में कंपनी की सालाना पेमेंट की कुल वैल्यू ने 1 ट्रिनियन डॉलर यानी 1 लाख करोड़ डॉलर का आंकड़ा छू लिया था. साल 2017 में ये फिनटेक कंपनी वित्तीय सेवाओं के बिजनेस में घुसी थी, जिसके तहत कुछ म्यूचुअल फंड्स और इंश्योरेंस प्रोडक्ट कंपनी बेचती है.