Zepto Announces Platform Fees: अगर आप Zepto से सामान ऑर्डर करते हैं तो ये खबर आपके काम की है. क्विक-कॉमर्स कंपनी जेप्टो ने जेप्टो पास (Zepto Pass) के ऐलान के बाद जेप्टो प्रति ऑर्डर 2 रुपये का प्लेटफॉर्म शुल्क लगाने की घोषणा की है. इसके बाद Zepto  पहली क्विक-कॉमर्स कंपनी बन गई है. प्लेटफॉर्म पर शुल्क चुनिंदा यूजर्स पर लागू होगा. इस समय जोमैटो के मालिकाना हक वाली ब्लिंकिट और स्विगी इंस्टामार्ट, जेप्टो की प्रतिस्पर्धी हैं. यह दोनों ग्रॉसरी ऑर्डर पर कोई शुल्क नहीं लेती हैं, लेकिन डिलेवरी ऑर्डर से प्लेटफॉर्म शुल्क लेती हैं. कंपनी ने बताई ये वजह कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, ''हम मुनाफे के लिए डिलीवरी शुल्क पर ज्यादा निर्भर होने में विश्वास नहीं करते है. हम फायदे के लिए मुख्य परिचालन दक्षता और लागत में कमी में विश्वास करते हैं.  हम बहुत कम डिलीवरी शुल्क के साथ भी एबिटडा पॉजिटिव मील का पत्थर हासिल करने की राह पर हैं, 'जेप्टो पास' इसका सबसे अच्छा उदाहरण है. क्या है जेप्टो पास? क्विक कॉमर्स स्टार्टअप (Startup) जेप्टो ने अपने ग्राहकों की संख्या बढ़ाने के लिए एक नया मेंबरशिप प्रोग्राम शुरू किया है. जेप्टो ने इसे Zepto Pass का नाम दिया है, जो यूजर्स को फ्री डिलीवरी और अतिरिक्त डिस्काउंट की पेशकश करता है. जेप्टो पास की कीमत 99 रुपये से शुरू हो रही है. इसके तहत 99 रुपये से अधिक की शॉपिंग पर आपको फ्री डिलीवरी मिलेगी. वहीं अगर आप 299 रुपये से अधिक की शॉपिंग करते हैं तो आपको 20 फीसदी तक का डिस्काउंट अलग से मिलेगा. अभी यह फीचर हर ग्राहक को नहीं दिया जा रहा है, बल्कि कुछ चुनिंदा ग्राहकों को 19 रुपये प्रति महीने की कीमत पर दिया जा रहा है. जेप्टो ने वित्त वर्ष 2022-23 में की 1,339 प्रतिशत राजस्व वृद्धि जेप्टो की ओर से ग्राहकों पर लगाए जाने वाली प्लेटफार्म शुल्क एकमात्र एक्ट्रा शुल्क नहीं है. कंपनी कुछ मामलों में रात 11 बजे के बाद दिए गए ऑर्डर पर 15 रुपये का 'लेट नाइट हैंडलिंग चार्ज' भी लेती है. इस बीच, जेप्टो ने वित्त वर्ष 2022-23 में 1,339 प्रतिशत राजस्व वृद्धि (साल-दर-साल) दर्ज की है, जबकि इसका घाटा भी पिछले वित्तीय वर्ष से काफी बढ़ गया है. मुंबई में अपना पहला डार्क स्टोर लॉन्च करने के बाद से अपने दूसरे वर्ष में जेप्टो का राजस्व 14 गुना बढ़कर 2,024 करोड़ रुपये (वित्त वर्ष 2021-22 में 142.36 करोड़ रुपये) हो गया, जबकि घाटा वित्त वर्ष 2021-22 में 390 करोड़ रुपये से तीन गुना बढ़कर 1,272 करोड़ रुपये हो गया है. जेप्टो ने हाल ही में कहा कि उनकी अगले 2-3 वर्षों में पब्लिक होने की योजना है. पिछले ही साल यूनिकॉर्न बना था ये स्टार्टअप जेप्टो 2023 का पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप (Unicorn Startup) बना था. इस क्विक-कॉमर्स स्टार्टअप ने 1.4 अरब डॉलर की वैल्यूएशन (Valuation) पर 200 मिलियन डॉलर की फंडिंग (Funding) जुटाई थी. भारत में 11 महीनों के बाद जेप्टो पहला यूनिकॉर्न बना था.