ऑनलाइन ई-कॉमर्स पोर्टल मीशो (Meesho) लगभग 1700 पूर्व और मौजूदा कर्मचारियों से शेयर पुनर्खरीद (ESOP Buyback) करने जा रही है. इसके लिए कंपनी को करीब 200 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे. कंपनी ने बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि जूनियर लेवल से लेकर सीनियर लेवल तक के सभी योग्य कर्मचारी इसमें अपनी इच्छा से हिस्सा ले सकते हैं. इसमें  वर्तमान और पूर्व कर्मचारी सभी भाग ले सकते हैं. 

1700 कर्मचारियों को होगा फायदा

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मीशो के अनुसार यह कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा ईएसओपी बाईबैक प्रोग्राम बन गया है. कंपनी ने कहा कि लगभग 1700 पूर्व और वर्तमान कर्मचारियों के लिए पैसे बनाने के मौकों को सक्षम करते हुए यह पहल अपनी टीम की सामूहिक सफलता और कंपनी की ग्रोथ स्टोरी में उनकी भूमिका में मीशो के विश्वास की पुष्टि करती है.

मुनाफे में है कंपनी

इसमें कहा गया है कि कंपनी जुलाई, 2023 से मुनाफे में है और नकदी प्रवाह सकारात्मक बना हुआ है. बता दें कि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने अपने नुकसान में 48 फीसदी की कटौती दर्ज की है. साथ ही कंपनी ने साल दर साल के आधार पर रेवेन्यू में 77 फीसदी की तेजी दर्ज की है और कंपनी की कमाई 5,735 करोड़ रुपये रही है. कंपनी का प्लान बिजनेस को तेजी से बढ़ाने का है, जिसके चलते कंपनी नए डोमेन में एंट्री करने की भी योजना बना रहा है. इससे तहत कंपनी फाइनेंशियल सर्विसेस प्लेटफॉर्म शुरू कर सकती है और अपने ग्रॉसरी डिलीवरी ऑपरेशन को बढ़ा सकती है.

टीयर-2 शहरों पर बड़ा फोकस

मीशो की सफलता में इसका टीयर-2 और उससे निचले लेवल के शहरों पर इसके फोकस का अहम रोल है. यहां से कंपनी का 50 फीसदी से भी अधिक रेवेन्यू आता है. मीशो की रणनीति के तहत कंपनी की तरफ से उस बड़े तबके पर फोकस किया जा रहा है, जिसे अक्सर इंडस्ट्री के बड़े खिलाड़ी नजरअंदाज कर देते थे. ऐसे में यह एक अच्छी रणनीति है.