आज के वक्त में तेजी से नए-नए स्टार्टअप (Startup) सामने आ रहे हैं. वहीं इस बीच आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस यानी एआई (AI) से जुड़े बहुत सारे स्टार्टअप शुरू हो रहे हैं. ऐसे में सरकार के विज्ञान और प्रोद्योगिकी विभाग (DST) ने दुनिया के सबसे बड़े इनोवेशन कैंपस टी-हब (T-Hub) के साथ मिलकर MATH की शुरुआत की है. MATH का मतलब है Machine Learning and Artificial Intelligence Technology Hub, जहां एआई और मशीन लर्निंग से जुड़े तमाम स्टार्टअप्स को मदद मुहैया कराई जाती है.

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MATH के जरिए आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग से जुड़े स्टार्टअप को एक सपोर्टिंग प्लेटफॉर्म मिलता है. T-Hub के एक पूरे फ्लोर पर MATH को जगह दी गई है, जहां स्टार्टअप्स को ना सिर्फ को-वर्किंग स्पेस मुहैया कराया जा रहा है, बल्कि बिल्डिंग के बेसमेंट में इन स्टार्टअप के लिए एक लैब भी बनाई गई है, जहां वह अपनी टेक्नोलॉजी को टेस्ट कर सकते हैं. इसके अलावा इन स्टार्टअप्स को मेंटरशिप दी जाती है, ताकि वह अपने विजन को साकार करने की दिशा में अहम कदम उठा सकें.

क्या है MATH का मकसद?

MATH का मकसद एआई इनोवेशन को बढ़ावा देना, नौकरियां पैदा करना और एआई स्टार्टअप के ईकोसिस्टम का सपोर्ट देना है. साल 2025 तक इसका मकसद कम से कम 500 नौकरियां पैदा करना है. साथ ही यह हर साल 150 से भी ज्यादा स्टार्टअप्स की मदद करना चाहता है. साल 2027 तक भारत का एआई मार्केट 17 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है. यह हर साल 25-35 फीसदी की दर से बढ़ रहा है. MATH से 80 से भी ज्यादा स्टार्टअप फिजिकल तौर पर और देश के हजारों स्टार्टअप वर्चुअल तरीके से जुड़ सकेंगे. MATH से वर्चुअल तरीके से जुड़ने के लिए Mathnauge प्रोग्राम लॉन्च किया गया है.

MATH में मिलती हैं ये 5 सुविधाएं

1- Mentorship

किसी भी स्टार्टअप को शुरुआती दौर में मार्गदर्शन की जरूरत होती है, MATH की तरफ से इन स्टार्टअप्स को मेंटरशिप मुहैया कराई जाती है. इसके तहत MATH से जुड़े स्टार्टअप्स को तमाम दिग्गजों से मिलाया जाता है, जिनसे उन्हें प्रेरणा भी मिलती है और मदद भी मिलती है. MATH के सीईओ राहुल पैथ ने बताया कि MATH का आईआईटी और आईआईएम के साथ कोलैबोरेशन है और मेंटरशिप के लिए वहां से दिग्गजों को बुलाया जाता है.

2- Funding support

स्टार्टअप की दुनिया में सबसे कॉमन शब्द है फंडिंग और MATH तमाम एआई स्टार्टअप्स की फंडिंग हासिल करने में मदद करता है. इसके लिए MATH अपने नेटवर्क का इस्तेमाल करता है. सरकार के सपोर्ट से शुरू हुए MATH में ऐसे लोगों की कोई कमी नहीं है, जो स्टार्टअप्स को इन्वेस्टर्स के साथ कनेक्ट कर सकें.

3- Market access

हर स्टार्टअप का सबसे अहम मकसद होता है ग्राहकों तक यानी मार्केट तक पहुंचना. MATH इसमें भी तमाम स्टार्टअप्स की मदद करता है, जिसकी वजह से उन्हें बिजनेस करने में आसानी होती है. इसके तहत स्टार्टअप्स को ना सिर्फ भारत के अलग-अलग हिस्सों, बल्कि विदेशों तक अपने प्रोडक्ट को पहुंचाने में मदद मिलती है.

4- Compute

एआई स्टार्टअप्स की दुनिया में कंप्युटेशन एक बड़ा काम है और इसके लिए ही यहां एक पूरी लैब बनाई गई है, ताकि तमाम काम आसानी से हो सकें. इस लैब में जीपीयू जैसे हार्डवेयर लगाए हुए हैं.

5- Data access

MATH से जुड़ने वाले हर स्टार्टअप को एक बड़े डेटा का एक्सेस मिलता है, जिससे वह एआई की दुनिया में कुछ बेहतर कर सकते हैं.