आज के समय में पैसे कमाने के कई साधन मौजूद हैं. तमाम लोग घर में बैठकर ऑनलाइन बिजनेस करते हैं और खूब पैसे कमाते हैं. वहीं तमाम ऐसी वेबसाइट्स भी हैं, जिनसे आप घर बैठे आसानी से कोई भी चीज खरीद सकते हैं. डिजिटल जमाने में लोग अपने किसी प्रोडक्‍ट की मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया, ब्‍लॉग या किसी वेबसाइट की मदद लेते हैं. लेकिन ई-मार्केटिंग के बारे में ज्‍यादा नहीं जानते.  ई-मार्केटिंग यानी ईमेल मार्केटिंग भी आपके लिए काफी काम की हो सकती है. अगर आप कोई बिजनेस करते हैं, तो  ई-मार्केटिंग के जरिए आप अपने प्रोडक्‍ट्स की रीच को तमाम कस्‍टमर्स तक पहुंचा सकते हैं और इससे आपके बिजनेस को अच्‍छा खासा मुनाफा हो सकता है. जानिए ई-मार्केटिंग से जुड़ी जरूरी जानकारी.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कैसे करें ई-मार्केटिंग

 ई-मार्केटिंग करने के लिए सबसे पहले आपको तमाम ग्राहकों के ईमेल की जरूरत पड़ेगी. अगर आपके पास ब्‍लॉग या वेबसाइट है तो आप आसानी से ये लिस्‍ट जुटा सकते हैं. इसके लिए आपको अपनी वेबसाइट पर विजिटर्स को बढ़ाना होगा. इसमें आप उससे कुछ बेसिक जानकारी भरने का ऑप्‍शन दें और इसमें ईमेल एड्रेस भी भरवाएं. इससे आपके पास काफी ईमेल एड्रेस इकट्ठे हो जाएंगे. इसके बाद आपको ईमेल मार्केटिंग टूल्स या सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना होगा, ताकि सभी के पास एकसाथ आपका ईमेल पहुंच जाए. आप एक अच्छी टेम्पलेट बनाकर न्यू पोस्ट की लिंक भी डाल सकते हैं. जब आप इसके माध्यम से ईमेल करेंगे, तो आपके ग्राहक के पास ईमेल उनके नाम से जाएगा. इससे वे आकर्षि‍त भी होंगे और मेल को खोलकर भी देखेंगे. 

ईमेल मार्केटिंग के फायदे

  • ईमेल मार्केटिंग के जरिए आप अपने प्रोडक्‍ट्स को कम खर्च में ज्‍यादा लोगों तक पहुंचा सकते हैं. इससे आपके प्रोडक्‍ट का अच्‍छा खासा प्रमोशन हो जाता है.
  • ईमेल मार्केटिंग के जरिए आप अपने कस्‍टमर से सीधे तौर पर जुड़ जाते हैं, जिससे आपके और उसके बीच सवाल-जवाब भी हो सकता है. इससे आपके और कस्‍टमर के बीच विश्‍वसनीयता बढ़ती है.
  • छोटे व्यवसाय को प्रोत्साहित करने या उसका प्रचार करने के लिए ये बेहतर विकल्‍प हो सकता है. वैसे आजकल बड़ी-बड़ी कंपनियां भी ईमेल मार्केटिंग की मदद से अपने प्रोडक्‍ट्स, ऑफर्स आदि की जानकारी देती हैं.
  • ईमेल मार्केटिंग को तमाम उपकरणों के जरिए आप ट्रैक भी कर सकते हैं. कि जब आप कस्‍टमर को एक ईमेल भेजते हैं, तो  डिलीवरी रेट, बाउंस रेट, अनसब्सक्राइब रेट, क्लिक रेट और ओपन रेट को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं.

डिस्क्लेमर: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी पर आधारित है. बिजनेस शुरू करने या उसकी प्लानिंग से पहले एक बार अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें.