एक डीपफेक वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉल (Deepfake Video Call), जिसमें मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) के डिजिटल रूप से निर्मित अवतार ने धन हस्तांतरण का आदेश दिया, एक बहुराष्ट्रीय कंपनी को 25.6 मिलियन डॉलर यानी करीब 212 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. इस तरह की यह पहली घटना बताई जा रही है.

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कंपनी के हांगकांग कार्यालय के कर्मचारियों को ठगों द्वारा मूर्ख बनाया गया, जिन्होंने एक वीडियो कॉल में कंपनी के सीएफओ और अन्य लोगों के डिजिटल रूप से परिवर्तित संस्करण बनाए, जहां "हर कोई वास्तविक लग रहा था". साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित को छोड़कर वीडियो कॉल पर मौजूद सभी लोग वास्तविक लोगों का नकली प्रतिनिधित्व कर रहे थे.

पुलिस बोली- अपनी तरह का पहला मामला

रिपोर्ट में कहा गया है, "घोटालेबाजों ने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध वीडियो और अन्य फुटेज को बैठक के प्रतिभागियों के विश्वसनीय संस्करणों में बदलने के लिए डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल किया." पुलिस का कहना है कि यह मामला वित्तीय एजेंसियों को धोखा देने के लिए डीपफेक का उपयोग करने वाले घोटालेबाजों का पहला ज्ञात उदाहरण है.

कंपनी के कर्मचारी असली लग रहे थे

कार्यवाहक वरिष्ठ अधीक्षक बैरन चान शुन-चिंग के हवाले से कहा गया, "इस बार, एक बहु-व्यक्ति वीडियो कॉन्फ्रेंस में, यह पता चला है कि आप जो भी देख रहे हैं वह नकली है." कॉल में कंपनी के कर्मचारी वास्तविक लोगों की तरह लग रहे थे.

और देखते ही देखते लग गया चूना

उन्होंने बैठक के दौरान दिए गए निर्देशों का पालन किया और हांगकांग के पांच बैंक खातों में 200 मिलियन हांगकांग डॉलर (25.6 मिलियन डॉलर) के 15 हस्तांतरण किए. चैन ने कहा, "उन्होंने एक स्क्रिप्ट से पढ़ने वाले अपने लक्ष्य की आवाज़ की नकल करने के लिए डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल किया."