आपने अक्सर ही सुना होगा कि कैसे एक शख्स ने स्क्रैच से बिजनेस (Business) शुरू कर के करोड़ों का अंपायर खड़ा कर दिया. ऐसी सक्सेस स्टोरी (Success Story) बहुत सारे लोगों को अपना खुद का बिजनेस शुरू करने के लिए प्रेरित करती हैं. कई लोग तो अपना कोई बिजनेस या स्टार्टअप (Startup) शुरू भी कर देते हैं, लेकिन सफल नहीं हो पाते. हाल ही में आईबीएम (IBM) ने एक सर्वे किया, जिससे पता चला कि भारत में करीब 91 फीसदी स्टार्टअप शुरुआती 5 सालों में ही फेल (Why Most of the Startups Fail) हो जाते हैं. ये दिखाता है कि बिजनेस करना या स्टार्टअप को बुलंदी तक ले जाना कितना मुश्किल है. तमाम स्टार्टअप के फेल होने की सबसे बड़ी वजह होती है इनोवेशन की कमी. अगर आप भी अपना कोई स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो आइए जानते हैं 5 टिप्स (5 Tips to build a Successful Startup), जिनकी मदद से आप अपने स्टार्टअप को बना सकते हैं सफल.

1- सबसे जरूरी है मजबूत बिजनेस प्लान

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किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले ही एक बिजनेस प्लान बनाया जाता है. यह प्लान जितना मजबूत होगा, बिजनेस को हकीकत बनाना आपके लिए उतना ही आसान होगा. इसमें आपको बिजनेस के बारे में, उसके काम के बारे में, खर्चों और कमाई के बारे में और साथ ही फ्यूचर में बिजनेस को बढ़ाने के बारे में हर जानकारी लिखनी होती है. आपको शॉर्ट और लॉन्ग टर्म गोल तय करने होते हैं. ये तय करना होता है कि किस प्वाइंट पर बिजनेस बढ़ाना है और किस प्वाइंट पर बिजनेस में बेहतरी के स्टेप उठाने हैं. आसान भाषा में कहें तो आपको अपने कैलकुलेशन और इच्छाशक्ति से अगले कुछ सालों तक बिजनेस को करने का पूरा प्लान बनाना होता है.

2- इनोवेशन करते रहें

जो भी बिजनेस लगातार इनोवेशन नहीं करता है, उसका फेल होना तय है. आपको कुछ-कुछ दिनों या महीनों के बाद इंडस्ट्री ट्रेंड के हिसाब से अपने प्रोडक्ट या सर्विस में बदलाव करना पड़ सकता है या फिर कुछ इनोवेशन करना पड़ सकता है. आपको अपने ग्राहकों के फीडबैक भी लेने चाहिए, जिससे ये तय होगा कि आपका प्रोडक्ट उन्हें कितना पसंद आ रहा है. इससे आपको ये पता चलेगा कि क्या किसी सुधार या बदलाव की जरूरत है. ध्यान रहे, इनोवेशन सिर्फ प्रोडक्ट या सर्विस में नहीं, बल्कि आपकी मार्केटिंग स्ट्रेटेजी, पैकेजिंग या बाकी किसी भी चीज में हो सकता है.

3- प्रोडक्ट-मार्केट फिट टेस्ट करें

अपने प्रोडक्ट का मार्केट फिट टेस्ट करने के लिए आपको एक मार्केट रिसर्च की जरूरत होगी. इसी से पता चलेगा कि आप प्रोडक्ट कैसा काम कर रहा है. इसके तहत आप तमाम लोगों से कुछ सवालों के जवाब हासिल कर सकते हैं, लेकिन घुमा-फिराकर. कुछ सवाल ये रहे-

  • क्या प्रोडक्ट की वाकई जरूरत है?
  • प्रोडक्ट में ग्राहकों को क्या सुधार चाहिए?
  • क्या ये प्रोडक्ट तमाम खरीदारों की समस्या का निदान कर रहा है?
  • आपका प्रोडक्ट खरीदते समय ग्राहक उसमें क्या फीचर्स देखता है?

4- स्टार्टअप प्रोग्राम्स से उठाएं फायदा

भारत सरकार ने 16 जनवरी 2016 को स्टार्टअप इंडिया प्रोग्राम की शुरुआत की थी. इसके तहत तमाम आंत्रप्रेन्योर को मदद मुहैया कराई जाती है. इस प्रोग्राम को शुरू करने का सबसे बड़ा मकसद ये था कि इससे नौकरियां पैदा होंगी.  इसके कई फायदे हैं, जो आपके स्टार्टअप को सफल बनने में मदद करेंगे. स्टार्टअप इंडिया की मदद से आपको डीपीआईआईटी पर सर्टिफाइड और रेकॉग्नाइज होने में आसानी रहती है. स्टार्टअप को मिलने वाले टैक्स के फायदों का लाभ उठाएं. सरकारी फंड्स को इस्तेमाल कर सकते हैं. यानी देखा जाए तो स्टार्टअप की तरह आप कई तरह के खर्चों में कटौती कर सकते हैं. आपको रिसर्च और डेवलपमेंट, मार्केटिंग, एडवर्टाइजिंग आदि में सरकार से मदद मिल सकती है.

5- नेटवर्किंग पर करें फोकस

अगर आप चाहते हैं कि आपको स्टार्टअप भी सफल बन जाए तो अभी से अपनी नेटवर्किंग को मजबूत करना शुरू कर दीजिए. बिजनेस कनेक्शन आपके लिए कई मौकों के दरवाजे खोल देते हैं. नेटवर्किंग की मदद से आपके बहुत सारे काम आसान हो जाएंगे. यहां तक कि आपको आगे बढ़ने के लिए फंड की जरूरत भी इस नेटवर्क के कई लोग पूरा करने की ताकत रखते हैं. नेटवर्किंग के लिए आप स्टार्टअप इवेंट्स अटेंड कर सकते हैं, फोरम में जुड़ सकते हैं और नेशनल स्टार्टअप अवार्ड्स जैसे कार्यक्रमों में हिस्सा ले सकते हैं. ऐसी जगहों पर अक्सर स्टार्टअप्स को बायर या सेलर मिल जाया करते हैं. यानी मुमकिन है कि इन इवेंट्स में आपके प्रोडक्ट्स को बल्क में खरीदने वाला कोई खरीदार स्टार्टअप मिल जाए. या मुमकिन है कि आपके स्टार्टअप में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल का कोई सप्लायर आपको इवेंट में मिल जाए. इससे ना सिर्फ आपके कनेक्शन बनेंगे, बल्कि आपके स्टार्टअप का बिजनेस भी बढ़ेगा.