कोरोना काल शुरू होने के बाद से ऐसे बहुत सारे Startup शुरू हुए, जो हेल्थकेयर सेक्टर पर फोकस कर रहे हैं. निवेशकों की तरफ से भी ऐसे स्टार्टअप खूब पसंद किए जाते हैं. ऐसे में इस तरह के स्टार्टअप्स को खूब फंडिंग भी मिल रही है. गुरुग्राम के हेल्थ स्टार्टअप Hexahealth ने पिछले करीब दो सालों में 11.5 मिलियन डॉलर यानी करीब 94 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल की है. कंपनी का दावा है कि इन पैसों से उसे करीब 10 हजार सर्जरी में मदद मिली है.

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इस स्टार्टअप को 2021 और 2022 में फंडिंग बूम का भी खूब फायदा मिला है, जिसके चलते इसने बिजनेस चलाते रहने के लिए वेंचर कैपिटल से पैसे जुटाने के बजाए खुद रेवेन्यू जनरेट करने पर फोकस करना शुरू कर दिया है. इसकी शुरुआत 2021 में हुई थी. यह स्टार्टअप कंसल्टेशन, अफॉर्डेबल सर्जन और पोर्ट केयर डिस्चार्ज की सुविधाओं पर ध्यान देता है, जिसकी वजह से लोगों को इंश्योरेंस और एडमिशन के भारी भरकम पेपरवर्क में अपना समय नहीं बर्बाद करना पड़ता है.

अगर किसी व्यक्ति को किसी तरह की सर्जरी कराने की सलाह दी जाती है, तो यह प्लेटफॉर्म उसे सेवाएं मुहैया कराता है, जैसे Hexa buddy, केयर को-ऑर्डिनेटर, बीएमएस या बीबीएस डॉक्टर आदि. इस प्लेटफॉर्म की तरफ से डायग्नोस्टिक, मेडिसिन, फिजियोथेरेपी और कई अन्य सेवाएं मुहैया कराई जाती हैं. यह स्टार्टअप अपने ग्राहकों से एक प्लेटफॉर्म फीस चार्ज करता है, जिससे इसकी कमाई होती है. स्टार्टअप ने Fortis, Artemis, CK Birla और Apollo जैसे कई अस्पतालों के साथ टाई-अप किया हुआ है. 

कंपनी के पास अभी करीब 250 अस्पतालों का नेटवर्क है, जो दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में हैं. अब यह स्टार्टअप जल्द ही हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता जैसे शहरों में अपनी शाखा शुरू करने की योजना बना रहा है. स्टार्टअप का दावा है कि इसने अभी तक 10 हजार से भी अधिक सर्जरी की हैं और हर रोज इसके पास लगभग 1000 ग्राहकों की तरफ से पूछताछ की जाती है.

इस कंपनी की शुरुआत Ankur Gigras, Vikas Chauhan और Aman Priya Khanna ने की थी. HexaHealth ने सीड राउंड के दौरान Omidyar Network, Chiratae Ventures और 3one4 Capital जैसे निवेशकों से सितंबर 2021 में करीब 4.5 मिलियन डॉलर जुटाए थे. वहीं इसके करीब 1 साल बाद कंपनी ने प्री-सीरीज ए राउंड में उन्हीं निवेशकों से लगभग 7 मिलियन डॉलर की फंडिंग ली थी.