Startups in India: देश में स्टार्टअप्स के लिए अच्छी खबर है. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Minister of State for Electronics and IT Rajiv Chandrashekhar) ने शनिवार को कहा कि सरकार स्टार्टअप के लिए 20 प्रतिशत सीमित साझेदारी के साथ एक नया इक्विटी फंड (equity fund for startups) बनाएगी ताकि उद्यमियों को अतिरिक्त पूंजी सहायता दी जा सके. उन्होंने कहा कि इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहले ही घोषणा कर चुकी हैं. इस फंड का प्रबंधन निजी फंड प्रबंधकों द्वारा किया जाएगा.

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उभर रहे नए क्षेत्रों को प्रोत्साहित

खबर के मुताबिक, चंद्रशेखर ने भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि वित्त मंत्री ने घोषणा की है कि एक ऐसा फंड (equity fund for startups) होगा, जहां सरकार की 20 प्रतिशत की सीमित हिस्सेदार होगी और इसका प्रबंधन निजी फंड प्रबंधकों द्वारा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह फंड सरकार की तरफ से बनाया और प्रायोजित किया जाएगा, लेकिन इसे किसी दूसरे निजी फंड की तरह प्रबंधित किया जाएगा. इससे आज उपलब्ध निजी इक्विटी पूंजी के अतिरिक्त जरूरी पूंजी मिल सकेगी.

उभर रहे नए क्षेत्रों को प्रोत्साहित कर रही सरकार

सीतारमण ने जलवायु, डिजिटल अर्थव्यवस्था, फार्मा और कृषि-तकनीक जैसे तेजी से उभर रहे नए क्षेत्रों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा समर्थित फंड बनाने की घोषणा की थी. चंद्रशेखर ने कहा कि यह एक उद्यमी बनने का अच्छा समय है. यह एक स्टार्टअप होने का एक अच्छा समय है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार स्टार्टअप को बढ़ावा देने पर खास जोर दे रहे हैं.

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भारत में तेजी से उभर रहे हैं स्टार्टअप्स

बीते साल (2021 में) भारतीय स्टार्टअप (startups in india) ने 42 अरब डॉलर की राशि जुटाई. यह एक साल पहले 11.5 अरब डॉलर रही थी.  साल 2021 में भारत में एक अरब डॉलर से ज्यादा वैल्युएशन वाले 46 स्टार्टअप यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाले स्टार्टअप) का दर्जा पाने में सफल रहे. भारत में मौजूद कुल यूनिकार्न की संख्या अब दोगुनी से भी ज्यादा होकर 90 हो गई है.