परीक्षाओं में नकल (Cheating in Exams) रोकने के लिए कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं. यह एक इतनी बड़ी प्रॉब्लम है, जिसका सॉल्यूशन निकालने के लिए हर कोई सालों से कोशिश कर रहा है. इसी बीच एक एडटेक स्टार्टअप ने इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश की है. इस स्टार्टअप (Startup) का नाम है Offee, जिसने हाल ही में 5.25 करोड़ रुपये की फंडिंग (Startup Funding) जुटाई है. यह फंडिंग JITO Incubation और Innovation Foundation (JIIF) Investors, Bombay Industry Association (BIA) और Riidl से जुटाए गई है.

कहां होगा इन पैसों का इस्तेमाल?

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

स्टार्टअप के अनुसार फंडिंग से मिले इन पैसों का इस्तेमाल कंपनी अपने प्रोडक्ट डेवलपमेंट मिशन को बढ़ाने में करेगी. साथ ही कंपनी नए-नए मार्केट में अपना बिजनेस फैलाना चाहती है और अपने ऑपरेशन को तेज करना चाहती है. फंडिंग से ये सारे काम आसान हो सकेंगे.

बिना इंटरनेट के होती है परीक्षा

इस स्टार्टअप की शुरुआत आंत्रप्रेन्योर अमित शाह ने मुंबई में की थी. यह स्टार्टअप तमाम एजुकेशनल इंस्टीट्यूट को बिना इंटरनेट के ही डिजिटल तरीके से परीक्षाएं कराने में मदद करता है. इसके लिए एक कंप्यूटर लेबोरेट्री इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल किया जाता है. स्टार्टअप का दावा है कि उनकी टेक्नोलॉजी की मदद से आसानी से और फेयर तरीके से यानी बिना किसी नकल के परीक्षा का आयोजन कराया जा सकता है. 

कई एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ले चुके हैं सेवा

स्टार्टअप का कहना है कि उनकी सेवाएं कई टॉप रैंकिंग वाले इंस्टीट्यूशन ले चुके हैं. Offee का यह सॉल्यूशन जय हिंद कॉलेज, सोमैया यूनिवर्सिटी, KRCL, KES Shroff College, JBIMS और करीब 80 जिला परिषद स्कूलों में ट्राई किया जा चुका है. स्टार्टअप का ये सॉल्यूशन स्कूलों को इतना पसंद आ रहा है कि इसकी डिमांड तेजी से बढ़ रही है.