भारत के तेजी से बढ़ रहे डिजिटल लेंडर (Digital Lender) स्टार्टअप mPokket ने भारत में स्थानीय भाषाओं में भी कस्टमर सर्विस (Customer Service) की शुरुआत करने की योजना बनाई है. इसके तहत तेलुगु, कन्नड और हिंदी में कस्टमर सर्विस मुहैया कराई जाएगी. इस वित्त वर्ष के अंत तक कंपनी कई नए शहरों में अपनी सेवाएं शुरू करेगी. अभी कंपनी में करीब 2200 कर्मचारी काम करते हैं और कंपनी आने वाले दिनों में करीब 4000 लोगों को रोजगार (Employment) मुहैया कराना चाहती है.

किन-किन शहरों में खुलेंगे मौके?

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स्टार्टअप का प्लान है कि वह आने वाले दिनों में हैदराबाद, भोपाल, मैसूर और विजयवाड़ा जैसे शहरों में रोजगार के मौके पैदा करे. इससे ना सिर्फ लोकल इकनॉमिक डेवलपमेंट को मजबूती मिलेगी, बल्कि यह वित्तीय सेवाओं को आपकी पहुंच में लाने में मदद करेगा. मौजूद वक्त में कंपनी के 35-40 फीसदी ग्राहक दक्षिण भारत के शहरों से हैं, जिसके चलते कंपनी इन इलाकों में फोकस कर रही है. इससे कस्टमर एक्सपीरियंस भी बेहतर होगा. दक्षिण भारत के शहरों में कंपनी के ग्राहकों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.

क्या बोले कंपनी के फाउंडर?

बिजनेस को बढ़ाने के अपने प्लान पर कंपनी के सीईओ और फाउंडर गौरव जालान बोले कि उनका स्टार्टअप भारत के युवाओं की वित्तीय जरूरतों को पूरा करते हुए काफी आगे आ चुका है. फाइनेंस को लेकर हमारा जो कमिटमेंट है, उसी की वजह से आज हम इतना आगे आ सके हैं. उनका विजन है कि फाइनेंशियल सेवाओं को उसी तरह हर किसी की पहुंच में ला दिया जाए, जिस तरह आज के वक्त में स्मार्टफोन हर किसी की पहुंच में आ चुका है. हम लोकल भाषा में लोगों को सिर्फ इसलिए हायर नहीं कर रहे हैं कि यह हमारी स्ट्रेटेजी का हिस्सा है, बल्कि इससे भाषा की वजह से होने वाला कम्युनिकेशन गैप भी खत्म हो जाएगा.

हाल ही में कंपनी ने हैदराबाद में 18 हजार स्क्वायर फुट का ऑफिस लिया है, जिसमें 600 लोग आ सकते हैं. वहीं भोपाल में भी दो ऑफिस लिए हैं, जो 30 हजार स्क्वायर फुट में हैं और उसमें लगभग 1000 कस्टमर सर्विस प्रोफेशनल्स रह सकते हैं.

 

क्रेडिट कार्ड से मिलता जुलता है बिजनेस मॉडल

mPokket की शुरुआत 2016 में गौरव जालान ने की थी. यह एक इंस्टेंट लोन देने वाला ऐप है, जो कॉलेज स्टूडेंट्स और युवा प्रोफेशनल्स को लोन मुहैया कराता है. इससे आप 500 रुपये से लेकर 45 हजार रुपये तक का लोन ले सकते हैं. इसका बिजनेस मॉडल काफी हद तक क्रेडिट कार्ड से मिलता-जुलता है. हालांकि, यह उस सेगमेंट पर फोकस करता है, जो पारंपरिक तौर पर लोन के लिए योग्य नहीं है, जबकि उसे तुरंत पैसों की जरूत होती है. इसके जरिए कुछ ही सेकेंड में ऐप के जरिए लोन सीधे ग्राहक के बैंक खाते में पहुंच जाता है.