पिछले कई महीनों से Byju's विवादों में घिरा हुआ है. इसी बीच कंपनी ने बेंगलुरु का अपना सबसे बड़ा ऑफिस खाली कर दिया है. इस घटना के बाद से यह बात फैलने लगी कि कंपनी ने यह फैसला अपनी लागत को घटाने के मकसद से किया है. हालांकि, कंपनी के प्रवक्ता ने इसे एक सामान्य सी बात कहा है, जिसे समय-समय पर कंपनी की तरफ से किया जाता है.

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BYJU'S के प्रवक्ता ने कहा कि 'कंपनी के पास पूरे देश में 30 लाख स्क्वायर फुट से भी अधिक की जगह है, जिनसे कंपनी की जरूरतें पूरी होती हैं. ऑफिस स्पेस को बढ़ाया जाए या घटाया जाए, यह वर्किंग पॉलिसी और बिजनेस की प्राइओरिटीज पर निर्भर करता है. ऑपरेशनल एफिशिएंसी को बढ़ाने के लिए यह बहुत ही सामान्य है, जिसे निरंतर किया जाता रहता है.'

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार BYJU'S को मिलने वाली फंडिंग में काफी देरी हो रही है, इसलिए कंपनी ने कॉस्ट कटिंग करते हुए बिल्डिंग खाली की है. माना जा रहा है कि इस फैसले से कंपनी की लिक्विडिटी भी कुछ हद तक बढ़ जाएगी. कंपनी का बेंगलुरु में ही एक और ऑफिस है, जिसका भी कुछ हिस्सा खाली किए जाने की खबर आ रही है. 

बेंगलुरु में 3 ऑफिस हैं Byju's के

बेंगलुरु में Byju's के कुल 3 ऑफिस हैं. इनमें से एक है कल्याणी टेक पार्क में, जो करीब 5.58 लाख वर्ग फुट में फैला है, जिसे कंपनी ने खाली कर दिया है. 23 जुलाई से तमाम कर्मचारी या तो Byju's के बाकी ऑफिसों से काम कर रहे हैं या फिर घर से काम कर रहे हैं. प्रेस्टीज टेक पार्क में भी कंपनी के पास 9 मंजिलों में ऑफिस था, लेकिन उसमें से भी दो ऑफिस को छोड़े जाने की खबर सामने आ रही है. 

हाल ही में 1000 लोगों को निकाला था नौकरी से

पिछले ही महीने कंपनी में तगड़ी छंटनी हुई थी, जिसके तहत करीब 1000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था. इस छंटनी का असर Byju's की सहायक कंपनी वाइटहैट जूनियर के कर्मचारियों पर पड़ने के बात कही गई थी. मुश्किल के दौर से गुजर रही Byju's को रेवेन्यू कमाने में बहुत मशक्कत करनी पड़ रही है. नतीजा ये हो रहा है कि कंपनी लगातार अपनी लागत में कटौती कर रही है और इसके तहत कर्मचारियों को कंपनी से निकाला जाना जारी है.