जरा कल्पना कीजिए, आज ओला (Ola) की तरफ से लॉन्च किए गए देसी चैटजीपीटी कृत्रिम (Krutrim) से बात कर रहे हों और वह पलट कर बोल दे कि मुझे OpenAI ने बनाया है तो कैसा लगेगा? दरअसल, आपकी ये कल्पना सच हो चुकी है. एक यूजर ने सोशल मीडिया पर कुछ प्रिंट शॉट शेयर किए हैं, जिनमें दिख रहा है कि कृत्रिम खुद को OpenAI की तरफ से बनाया गया बता रहा है. तो क्या ओला के भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने इसे OpenAI के बेस पर बनाया है? 

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हाल ही में भाविश ने कृत्रिम एआई चैटबोट कृत्रिम असिस्टेंट को लॉन्च किया था. बता दें कि कुछ लोगों ने इसे देखने के बाद भी कहा था कि यह ओपनएआई के चैटजीपीटी जैसा दिखता है. इसी बीच बहुत सारे लोगों ने चैटबोट इस्तेमाल करना शुरू किया और एक शख्स को कृत्रिम ने कहा कि उसे ओपन एआई ने बनाया है. 

कृत्रिम की तरफ से ऐसा जवाब आने के बाद अब एक बहस सी छिड़ गई है. एक के बाद एक लोग इससे जुड़े प्रिंट शॉट सोशल मीडिया पर शेयर करने लगे. 

इस पर कमेंट करते हुए कृत्रिम की टीम ने कहा है कि यह एक ओपन-सोर्स डेटासेट की तरफ से डेटा लीकेज (data leakage) की वजह से हुआ है, जिसे लैंग्वेज मॉडल की फाइन-ट्यूनिंग करने की प्रोसेस में इस्तेमाल किया गया था. यही वजह है कि कृत्रिम कह रहा है उसे ओपनएआई ने बनाया है (I am created by OpenAI). अब उस डेटासेट को डिलीट कर दिया गया है.

क्या है OpenAI का चैटजीपीटी?

OpenAI का चैट जीपीटी एक वर्चुअल असिसटेंट है. ये आपके हर सवाल के जवाब चुटकियों में दे देता है. आपको हिस्ट्री से लेकर फ्यूचर की जानकारी लेनी हो तो आप ले सकते हैं. यह एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जो टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से वर्चुअल गाइड की तरह आपके सवालों के जवाब देता है. इतना ही नहीं OpenAI इतना एडवांस हो गया है कि ये आपको Image, Video तक क्रिएट करके दे देता है. 

AI चैटबॉट क्या है?

AI चैटबॉट स्पेसिफिक ट्रिगर्स और एल्गोरिदम के आधार पर काम करता है. चैटबॉट, एक कंप्यूटर प्रोग्राम है, जो यूजर के सवालों को समझने और उनका जवाब देने के लिए नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करता है. साथ ही यह ह्यूमन लैंगवेज को फॉलो करता है.