देश में चलने वाली सभी हाईस्‍पीड रेलगाडि़यों को तेज रफ्तार देने के लिए रेलवे के चितरंजन लोकोमोटिव वर्कशॉप ने देश का सबसे तेज गति से चलने वाला इंजन बनाया है. ये इंजन 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चल सकता है. सबसे पहला इंजन उत्तर रेलवे के गाज़ियाबाद वर्कशॉप को मिला है. यहां से ये इंजन देश में चलने वाली सभी गतिमान और सेमी हाईस्पीड रेलगाड़ियों में चलाया जाएगा.

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ये हैं इस इंजन की खासियतें

देश मे wap 5 श्रेणी का इंजन पहले से मौजूद है. इस wap 5 इंजन में 4 बड़े बदलाव किए गए है. सबसे बड़ा बदलाव इस इंजन के डिजाइन में किया गया है. इस इंजन को एयरोडायनामिक डिजाइन पर बनाया गया है. इससे इसकी गति 200 km प्रति घंटा हो गई है. साथ ही इस इंजन के अंदर कैमरे लगे है जो ड्राइवर की सतर्कता पर नजर रखेंगे.

झंडी दिखाने की नहीं होगी जरूरत, बटन दबाने से हो जाएगा काम

बाहर कैमरे लगे है जो सिग्नल पर नजर रखेंगे. एक कैमरा ohe पर लगा है. इस इंजन में पासिंग सिग्नल देने के लिए दोनों तरफ खास तरह की टॉर्च लगी है. ड्राइवर सिर्फ बटन दबा के सिग्नल दे सकता है. उसको अब झंडी दिखाने की जरूरत नही होगी.