Railway Madad: भारतीय ट्रेनों से हर दिन करीब 2 करोड़ से ज्यादा पैसेंजर्स सफर करते हैं. फेस्टिव सीजन और छुट्टियों के दौरान ट्रेन में कंफर्म सीट पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है. कई बार पैसेंजर्स की ज्यादा भीड़ होने के कारण जनरल क्लास के अलावा स्लीपर और एसी कोच के पैसेंजर्स को भी अपने बर्थ तक जाने में मुश्किल हो जाती है. अभी हाल ही में ऐसी कई तस्वीरें वायरल हुई हैं, जहां AC1 में पैसेंजर्स बिना टिकट के घुस गए थे और कई बार तो ये पैसेंजर्स बिना वैलिड टिकट के भी रिजर्व्ड पैसेंजर्स को उनकी सीट तक नहीं जाने देते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि अगर आपकी सीट पर भी कोई पैसेंजर जबरदस्ती बैठ जाए तो आपके पास क्या विकल्प बचता है. 

कैसे छुड़ाएं अपनी सीट?

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ट्रेन में अगर आपकी बर्थ पर कोई जबरदस्ती बैठ जाए तो बहस या झगड़ा करने के बजाए आपको सबसे पहले कोच में मौजूद अटेंडेंट या TTE से इसकी शिकायत करनी चाहिए. अगर आपको कोच में TTE नहीं मिलता है, तो भी आपके पास कई दूसरे विकल्प अपना सकते हैं.

139 पर करें शिकायत

TTE से समाधान नहीं मिलने पर इसकी शिकायत Dial 139 पर भी कर सकते हैं. डायल 139 नंबर IVRS- इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम पर आधारित है. सभी मोबाइल फोन यूजर्स 139 पर कॉल कर सकते हैं. ये रेल यात्रा से जुड़ी कई तरह की सर्विस के लिए एक कॉमन हेल्पलाइन नंबर है, जहां पर आप अपने बर्थ को लेकर कंप्लेन दर्ज करा सकते हैं. 

रेल मदद पर भी मिलती है मदद

डायल 139 के अलावा आप चाहें तो रेलवे के ऑफिशियल एप Rail Madad की भी सहायता ले सकते हैं. वहीं, आप रेलवे के तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. 

139 पर एक साथ मिलती है कितनी सर्विस?

  • सुरक्षा संबंधी जानकारी के लिए 1 दबाएं
  • मेडिकल इमरजेंसी के लिए 2 दबाएं
  • ट्रेन दुर्घटना से जुड़ी सूचना के लिए 3 दबाएं
  • ट्रेन से जुड़ी कोई शिकायत के लिए 4 दबाएं
  • आम शिकायतों के लिए 5 दबाएं
  • विजिलेंस से जुड़ी जानकारी के लिए 6 दबाएं
  • माल भाड़ा, पार्सल संबंधी जानकारी के लिए 7 दबाएं
  • शिकायत का स्टेटस/स्थिति के लिए 8 दबाएं
  • किसी स्टेशन, सतर्कता और भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए 9 दबाएं
  • कॉल सेंटर अधिकारी से बात करने के लिए * दबाएं
  • पूछताछ: PNR, किराया और टिकट बुकिंग से जुड़ी जानकारी के लिए 0 दबाएं