रेलवे ने तैयार किए खास रक्षक कोच,कोरोना को हराने में मिलेगी मदद
भारतीय रेलवे (Indian Railways) कोरोना वायरस (Coronavirus in India) महामारी covid 19 से लड़ाई में हर संभव योगदान करने का प्रयास कर रहा है. भारतीय रेलवे के पुर्वोत्तर जोन (North East Railways) ने कोरोना वायरस को हराने के लिए खास तरह के रक्षक कोच तैयार किए हैं. दरअसल पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर स्थित यांत्रिक कारखानों में इन रक्षक कोचों को तैयार किया जा रहा है.
Updated on: April 04, 2020, 03.42 PM IST
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रेलवे तैयार कर रहा है ये चलते फिरते अस्पताल
दरअसल पूर्वोत्तर रेलवे कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए ट्रेन के स्लीपर डिब्बों को आईसोलेशन वॉर्ड में बदल रहा है. एक ट्रेन में 16 डिब्बे होंगे जिसमें तीन एसी कोच होंगे. इन एसी डिब्बों को डॉक्टरों को आराम करने के लिए बनाया गया है. बाकी डिब्बों में कोरोना के संदिग्ध मरीजों को रखा जाएगा. कोरोना महामारी पर नियंत्रण के बाद इन डिब्बों को फिर से यात्रियों के लिए ट्रेनों में चलाने के पहले अच्छी तरह से सेनेटाइज किया जाएगा. इन खास रक्षक कोच वाली ट्रेनों को रेलवे स्टेशनों पर चलते फिरते अस्पताल के तौर पर रखेगा.
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रेलवे ने 2.6 लाख से अधिक मास्क तैयार किए
रेलवे के सभी जोन कोरोना महामारी से लड़ाई में हर संभव मदद कर रहे हैं. भारतीय रेलवे की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक रेलवे के सभी जोनों में 2 अप्रैल तक लगभग 25000 लीटर हैंड सैनेटाइजर और लगभग 2.6 लाख मास्क तैयार किए हैं.
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उत्तर रेलवे बड़े पैमाने पर कर रहा है काम
उत्तर रेलवे के अलग - अलग कारखानों में तीन अप्रैल तक 1673 लीटर हैंड सेनिटाइज़र, 9036 फेस मास्क, 241 कवरऑल एप्रेन बनाए गए हैं. उत्तर रेलवे की ओर से 174 रेल डिब्बों को आइसोलेशन वार्डों में बदला गया गया है.
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चलाई गई स्पेशल पार्सल ट्रेनें
रेलवे के सभी जोन देशभर में जरूरी सामान पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए उत्तर रेलवे ने भी खास तौर विशेष पार्सल ट्रेनें और मालगाड़ियां चलाई हैं. रेलवे ने दिल्ली से चेन्नई, मुंबई और कोलकाता सहित कई रूटों पर ये पार्सल ट्रेनें चलाई जा रही हैं
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रांची मंडल ने भी लिया ये फैसला
कोरोना वायरस संक्रमण की बढ़ती गम्भीरता को देखते हुए रेलवे ने रांची रेल डिवीजन को भी ट्रेनों के डिब्बों को आइसोलेशन बेड में तब्दील करने को कहा है. इस निर्देशक के बाद यह प्रक्रिया तेजी से शुरू कर दी गयी है. जानकारी के अनुसार रेल मंत्रालय ने सभी जोन के जीएम को पत्र लिखकर ट्रेन की बोगियों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने को कहा है. दक्षिण पूर्व रेलवे मुख्यालय से शुक्रवार को रांची रेल डिवीजन को एक और पत्र मिला लिखा गया है. पत्र में इस डिवीजन में कुल 60 डिब्बों को आइसोलेशन वार्ड में बदलने को कहा गया है.