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रेलवे को कोरोना से लड़ाई के लिए एक और कदम, ट्रेन के डिब्बे में बनाया आइसोलेशन वॉर्ड 

कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरे से लड़ने के लिए भारतीय रेलवे भी हर संभव योगदान दे रही है. भारतीय रेलवे के जोन उत्तर रेलवे (Northern Railway) की जगादरी वर्कशॉप ने करोना वायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुए एचएलबी के स्लीपर कोच को हॉस्पिटल आइसोलेशन वार्ड (Isolation Wards) बनाया है. इस  हॉस्पिटल आइसोलेशन वॉर्ड को फिलहाल एक प्रोटोटाइप के तौर पर तैयार किया गया है.  
Updated on: March 28, 2020, 05.53 PM IST
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ट्रेन के डिब्बे में बनाया आइसोलेशन वॉर्ड 

उत्तर रेलवे की ओर से तैयार किए गए इस  हॉस्पिटल आइसोलेशन वॉर्ड को अगर रेल मंत्रालय से मंजूरी मिल जाती है तो आने वाले दिनों में इस तरह के दस और हॉस्पिटल आइसोलेशन वार्ड बनाए जाएंगे. हर कोच में से दो  टॉयलेटों को बाथरूम में कनवर्ट किया गया है. बाथरूम में एक हैंडशॉवर भी बनाया गया है. 

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केबिन से मिडिल बर्थ को निकाला 

आइसोलेशन केबिन में मिडिल बर्थ को निकाल दिया गया है. साथ ही सीटों को लकड़ी के बोर्ड के जरिए कवर किया गया है. हर वॉर्ड में चार बॉटल होल्डर भी लगाए गए हैं. एक इलेक्ट्रिक बोर्ड भी लगाया गया है. एक कोच में दस केबिन बनाए गए हैं. सभी केबिन को प्लास्टिक के पर्दों से कवर किया गया है. 

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डिब्बों में बाथरूम बनाया गया 

नीचे से ऊपर की सीट पर कोई चढ़ न सके इसके लिए साइड में लगी सीढ़ियों को निकाल दिया गया है. ट्वायलट और बाथरूम में बेहतर फ्लोरिंग लगाई गई है. बाथरूम में हैंड शॉवर, बाल्टी और मग का इंतजाम किया गया है. 

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डिब्बों में किए गए कई इंतजाम 

डिब्बों में मेडिकल इंस्ट्यूटमेंट लगाए जा सकें इसके लिए 220 V में इलेक्ट्रिक प्वाइंट लगाए गए हैं.  साथ ही केबिनों के बीच एयर कर्टन लगाए गए हैं.  डिब्बों को सेनेटाइज करने के लिए भी बेहतर इंतजाम किए गए हैं. भविष्य में इस महामारी के खत्म होने पर डिब्बों को बेहतर तरीके से सेनेटाइज करने के बाद ही इस्तेमाल किया जाएगा.    

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रेलवे ने कैंसिल की सभी ट्रेनें 

भारतीय रेलवे ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरे को ध्यान में रखते हुए 14 अप्रैल तक के लिए सभी यात्री ट्रेनों की सेवाओं को पूरी तरह से कैंसिल कर दिया है.  आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए मालगाड़ियों को नियमित तौर पर चलाया जा रहा है.