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नए कीर्तिमान बना रहा है इंडियन रेलवे, 45 डिब्बों के साथ पहली बार किया ये काम

रेलवे के हैदराबाद डिवीजन (Hyderabad Division) ने पहली बार 2979 टन लोहे के अयस्क (Iron Ore) की लोडिंग 45 डिब्बों वाली मालगाड़ी में की और इसे तिमलनाडु के सेलम (Salem in Tamil Nadu ) स्थित SW Steel Siding के लिए भेजा.
Updated on: July 06, 2020, 03.39 PM IST
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रेलवे प्लांट तक पहुंचाता है कच्चा माल

खदानों से लोहे के अयस्क को मालगाड़ी में लादकर स्टील प्लांट तक ले जाया जाता है. स्टील प्लांट में अयस्क से लोहा निकाल कर उससे लोहे के अलग अलग प्रोडक्ट तैयार किए जाते है.    

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देश का सबसे बड़ा ट्रांसपोर्टर है रेलवे

रेलवे देश का सबसे बड़ा ट्रांसपोर्टर है. उद्योगों के लिए कोयला, लोहा, सीमेंट या कोई और कच्चा माल ले जाना हो या देश में जरूरत के मुताबिक हर राज्य में अनाज पहुंचाना हो रेलवे की मालगाड़ियां पूरे साल इस काम में लगी रहती हैं. लॉकडाउन के दौरान सभी राज्यों तक जरूरत का सामान पहुंचाने में इन ट्रेनों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.      

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रेलवे ने चलाई अब तक की सबसे लम्बी ट्रेन

भारतीय रेल (Indian Railways) की सर्विस में लगातार सुधार हो रहे हैं. हमारी रेल तरक्की के नित नए आयात गढ़ रही है. इंडियन रेलवे ने पटरी पर तीन किलोमीटर लंबी मालगाड़ी चलाने का कीर्तिमान स्थापित किया है. इस मालगाड़ी को शेषनाग  (Sheshnag Train) नाम दिया गया है. यह भारत में अबतक की सबसे लंबी रेलगाड़ी (Indian longest train) है.  

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भारतीय रेलवे ने चार ट्रेनों को जोड़ कर बनाई शेषनाग ट्रेन

भारतीय रेल शेषनाग ट्रेन को चार मालगाड़ी (Rakes) एकसाथ जोड़कर तैयार किया है. इसमें कुल 251 डब्बे ( wagons) लगाए गए. शेषनाग की लंबाई 2.8 किलोमीटर है. इतनी लंबी मालगाड़ी को खींचने के लिए बीच में 4 इलेक्ट्रिक इंजन लगाए गए हैं.    

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नागपुर डिवीजन ने किया ये ट्रायल

अपने आप में अद्भुत इस मालगाड़ी का सफल ट्रायल दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे (South East Central Railway-SECR) के नागपुर डिवीजन (Nagpur) की ओर से किया गया. यह भारतीय रेलवे (Indian Railways) के इतिहास में पहली बार ऐसा है जब इतनी लंबी मालगाड़ी पटरियों पर दौड़ रही है. शेषनाग भारत की सबसे लंबी ट्रेन है. इसका ट्रायल नागपुर मंडल से बिलासपुर मंडल के कोरबा तक किया गया. इस दौरान इस ट्रेन ने 250 किलोमीटर की दूरी बड़े ही आराम से पूरी की.