Indian Railways: रेलवे कर्मचारियों (Railway employees) के लिए एक अच्छी खबर है. अब इन कर्मचारियों के पीएफ बैलेंस (Railway employees PF balance) जानना और पीएफ एडवांस (PF advance) के लिए अप्लाई करना बेहद आसान होने जा रहा है. भारतीय रेल (Indian Railways) ने पूरी तरह से डिजिटल ह्यूमन रिसोर्सेस मैनेजमेंट सिस्टम (HRMS) शुरू की है. इस सुविधा की शुरुआत का फायदा वर्तमान कर्मचारियों और पेंशन होल्डर्स दोनों के ही परिवारों को होगा. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यूजर्स के लिए मॉड्यूल भी लॉन्च (HRMS module launch)

रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि HRMS बेहतर प्रोडक्टिविटी और कर्मचारी संतुष्टि का फायदा उठाने के लिए भारतीय रेलवे की तरफ से तैयार की गई एक बड़ी परियोजना है. लाइवमिंट की खबर के मुताबिक, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ विनोद कुमार यादव ने रेलवे कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए उपयोगी HRMS और यूजर्स डिपो के मॉड्यूल लॉन्च किए हैं.

किसके लिए कौन सा मॉड्यूल (HRMS modules)

इनमें एक है इम्प्लॉईज सेल्फ सर्विस (ESS) मॉड्यूल. यह रेलवे कर्मचारियों को डेटा बदलने के बारे में कम्यूनिकेशन सहित HRMS के अलग-अलग मॉड्यूल के साथ बातचीत करने में सक्षम बनाता है. दूसरा, Provident Fund (पीएफ) एडवांस मॉड्यूल है, जो अपने कर्मचारियों को अपने पीएफ बैलेंस की जांच करने और पीएफ एडवांस के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने में सक्षम बनाता है. एडवांस प्रोसेसिंग ऑनलाइन होगी और कर्मचारी अपने पीएफ एप्लीकेशन का स्टेटस भी ऑनलाइन देख सकेंगे.

(PTI)

पूरी निपटान प्रक्रिया का डिजिटलीकरण (Digitization of the entire settlement process)

इनके साथ ही रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने सेटलमेंट मॉड्यूल भी लॉन्च किया, जो रिटायर्ड कर्मचारियों की पूरी निपटान प्रक्रिया का डिजिटलीकरण करता है. कर्मचारी अपनी निपटानम/पेंशन पुस्तिका ऑनलाइन भर सकते हैं. कर्मचारी सर्विस डीटेल ऑनलाइन हासिल कर सकते हैं और पेंशन पूरी तरह से ऑनलाइन प्रोसेस्ड की जाती है. इस पहल से कागज का इस्तेमाल खत्म हो जाएगा. यह रिटायर्ड कर्मचारियों के सेटलमेंट बैलेंस के समय पर प्रोसेस्ड करने के लिए निगरानी की सुविधा भी प्रदान करता है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

रेलवे मंत्रालय का यह भी कहना है कि यह रेलवे सिस्टम की क्षमता और प्रोडक्टिविटी में सुधार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को डिजिटल रूप से मजबूत समाज और नॉलेज बेस्ड इकोनॉमी में बदलने की दिशा में एक कदम है. HRMS से उम्मीद की जाती है कि वह सभी कर्मचारियों के कामकाज पर एक बड़ा असर डालेगा और उन्हें और ज्यादा टेक्नोलॉजी प्रेमी बना देगा.