Odisha Train Accident: लोको पायलट की सतर्कता से ओडिशा के बालासोर जिले में एक और पैसेंजर ट्रेन के साथ बड़ा हादसा होने से बच गया है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को भद्रक से बालासोर जा रही एक मेमू ट्रेन गलती से नीलगिरी रेलवे स्टेशन के पास लूप लाइन ट्रैक में घुस गई, जहां रखरखाव का काम चल रहा था. सौभाग्य से लोको पायलट ने गलती का पता चलते ही तत्काल ब्रेक लगा दिया, जिससे दुर्घटना टल गई. यह घटना बहनागा बाज़ार स्टेशन से लगभग 15 किमी से दूर बताई गई है, जहां 2 जून की शाम को ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना हुई थी. इस दुर्घटना में कम से कम 293 लोग मारे गए थे.

ट्रैक नहीं था सेट

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मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मेमू ट्रेन के लोको पायलट ने कहा, ''ट्रेन 7 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी और ट्रैक ठीक से सेट नहीं था. ट्रेन के पटरी से उतरने की कोई संभावना नहीं थी लेकिन पटरियां क्षतिग्रस्त हो सकती थीं और प्वाइंट टूट सकता था.''

करीब एक घंटे तक साइट पर रुकने के बाद, ट्रेन ने बालासोर की ओर अपनी यात्रा फिर से शुरू की. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नीलगिरी रेलवे स्टेशन के पॉइंटमैन और स्टेशन मास्टर को निलंबित कर दिया गया है.

बालासोर मामले में सात कर्मचारी निलंबित

ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुए भयानक रेल हादसे ने पूरे देश को हिला दिया था. बालासोर के बहनागा रेलवे स्टेशन पर तीन ट्रेनों के बीच हुए इस टक्कर में करीब 294 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इस हादसे में करीब 1200 से अधिक लोग घायल भी हो गए थे. 

ओडिशा में बालासोर ट्रेन दुर्घटना के लिए कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप रेलवे ने अब तक सात कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है, जिनमें वे तीन कर्मचारी भी शामिल हैं, जिन्हें CBI ने गिरफ्तार किया था. नियमों के अनुसार 24 घंटे के लिए गिरफ्तार किए गए कर्मचारी को निलंबित कर दिया जाता है.

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