Odisha Balasore Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. वकील विशाल तिवारी की ओर से उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की गई है. याचिका में मांग की गई है कि SC के रिटायर्ड जज की निगरानी में एक कमेटी द्वारा इस हादसे की जांच कराई जाए. गौरतलब है कि इस भीषण रेल हादसे में अभी तक 280 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. 1,175 घायलों में से 793 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. 

दो महीने में रिपोर्ट सौंपे कमेटी

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सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में मांग की गई है कि  कमेटी समयबद्ध तरीके से जांच कर दो महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपे. इस कमेटी में टेक्निकल एक्सपर्ट  को शामिल किया जाए , जो रेलवे के मौजूदा सुरक्षा मापदंडों और खतरे का आकलन करते हुए बेहतरी के लिए अपने सुझाव दें. इसके अलावा रेलवे की यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए कवच या फिर दूसरी सुरक्षा प्रणालियों, तकनीक और मानकों की गहन तरीके से जांच पड़ताल होनी चाहिए.

याचिका में इन तीन को बनाया गया पार्टी

याचिका में यूनियन ऑफ इंडिया को पहली पार्टी बनाया गया है, जिनका प्रतिनिधित्व गृह मंत्रालय करेगा. दूसरे नंबर पर रेल मंत्रालय है, जिस पर रेलवे ट्रैफिक सिस्टम और मैनेजमेंट की जिम्मेदारी है. साथ ही ट्रेनों की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी है. तीसरी पार्टी भारतीय रेलवे है, जिसका प्रतिनिधित्व चेयरमैन करेंगे. याचिका में कहा गया है कि जांच सेवानिवृत्त जज के अलावा अवकाश प्राप्त जज की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन होने चाहिए. 

केंद्रीय मंत्री ने कही ये बात

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'भद्रक के सरकारी अस्पताल में करीब-करीब सभी मरीजों की अपने परिवार से बातचीत हो चुकी है. मैं भद्रक मेडिकल के सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों का धन्यवाद देना चाहूंगा. उन्होंने मरीजों की बहुत अच्छे से सेवा की है. रेल मंत्री  ने ट्वीट कर बताया, 'डाउन मेन लाइन आज 12:05 बजे बहाल कर दी गई है.' 

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, 'रेल दुर्घटना में जख्मी लोगों को उत्तम उपचार मिल पाए इसके लिए दिल्ली AIIMS के नेतृत्व में सभी अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों को लेकर वायुसेना के विशेष विमान द्वारा एक टीम भुवनेश्वर पहुंची है। इस टीम के साथ आधुनिक उपकरण भी हैं ताकि इलाज में सहायता हो सके.'