Mathura station Revamp Scheme: उत्तर प्रदेश की प्रमुख धार्मिक नगरी मथुरा के रेलवे स्टेशन की सूरत इस दिवाली के बाद से बदल जाएगी. रेलवे बोर्ड ने मुथरा रेलवे स्टेशन के रीमॉडलिंग प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इस रीमॉडलिंग स्कीम में स्टेशन पर अतिरिक्त प्लेटफॉर्म के साथ पैसेंजर्स के लिए कई सारी नई सुविधाओं को भी जोड़ा जाना है. मथुरा रेलवे स्टेशन उत्तर मध्य रेलवे (NCR) जोन के आगरा मंडल के अंतर्गत आता है. इसके अलावा ये दिल्ली-मुंबई स्वर्णिम चतुर्भुज मार्ग की एक महत्वपूर्ण कड़ी है और औसतन पैसेंजर और माल गाड़ी मिलाकर 163 ट्रेनें रोजाना यहां से गुजरती है. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ साल में रेलवे ट्रैफिक में इजाफा होने के कारण स्टेशन के पुनरुद्धार करने की आवश्यकता हुई है.

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रेलवे बोर्ड ने मथुरा रेलवे स्टेशन को जिस रीमॉडलिंग प्रोजेक्ट की मंजूरी दी है, उसमें स्टेशन को दो नए प्लेटफॉर्म मिलेंगे. इसके अलावा एक प्लेटफॉर्म का विस्तार किया जाएगा. ट्रेनों के संचालन के लिए बढ़ी हुई सुरक्षा के लिए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग की शुरुआत के साथ-साथ कई रेलवे ट्रैक रूपांतरण और विस्तार प्रोसेस से गुजरेंगे.

इस रीमॉडलिंग के बाद देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र से कासगंज और उत्तर-पश्चिम क्षेत्र से भरतपुर और अक्षनेरा के रास्ते दिल्ली आने वाली ट्रेनें मथुरा मार्ग ले सकती हैं. ये रास्ता दूसरे रास्तों के मुकाबले छोटा और तेज है. रीमॉडलिंग से माल ढुलाई परिचालन को भी बढ़ावा मिलेगा. 

16 अक्टूबर से शुरू होना था काम

नॉर्थ सेंट्रल रेलवे जो ने 5 अक्टूबर को रेलवे बोर्ड को लेटर लिखकर अपनी रीमॉडलिंग योजना पेश की. ये रीमॉडलिंग स्कीम 116 दिन चलने वाली है, जिसमें काम 16 अक्टूबर से शुरू किया जाना था. योजना में 222 ट्रेनों को कैंसिल किया जाना था. इसके अलावा 44 ट्रेनों के मार्ग मे परिपवर्तन के सात माल ढुलाई सर्विस का नुकसान भी शामिल है. 

 

दिवाली के बाद शुरू होगा काम

रेलवे ज़ोन के एक सूत्र ने कहा, "NCR को उम्मीद थी कि बोर्ड 16 अक्टूबर से पहले इसे मंजूरी दे देगा और योजना के अनुसार काम शुरू हो जाएगा. हालांकि, बोर्ड की मंजूरी 16 अक्टूबर की शाम को मिली. अब, चूंकि रीमॉडलिंग के कारण कई ट्रेनों को कैंसिल करना होगा और उनका रूट भी बदलना होगा, इसलिए हर चीज की योजना नए सिरे से बनानी होगी. बैठकें हो रही हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है कि काम दिवाली के बाद ही शुरू हो सकता है, क्योंकि त्योहारों के दौरान मैनुअल मजदूर मिलना मुश्किल है."

पैसेंजर्स की सुविधा का रखा जाएगा खयाल

बोर्ड ने यार्ड रीमॉडलिंग कार्य को मंजूरी देते हुए जोन को ऐसी व्यवस्था करने को कहा है कि यात्रियों को उनकी सुविधा और जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए पहले से सूचित और सूचित किया जाना चाहिए. बोर्ड ने निर्देश दिया कि यदि आवश्यक हो तो ट्रेनों को कैंसिल करना, ट्रेनों की परिचालन तरलता और समय की पाबंदी को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए. ट्रेन डायवर्जन के मामले में, संशोधित मार्गों पर होने वाली किसी भी देरी को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए.

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