Railway Private Train Project: देश के कई और रेल रूट पर प्राइवेट कंपनियों की ओर से ट्रेनों का ऑपरेशन शुरू किया जा सकता है. भारतीय रेलवे की ओर से तीन क्‍लस्‍टर में प्राइवेट ट्रेन प्रोजेक्‍ट के लिए बोलियां (RFPs) मंगाई गई थीं. रेलवे को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्‍म कॉरपोरेशन (IRCTC) और मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर लिमिटेड (MEIL) की तरफ से बोलियां मिली हैं. इससे पहले, देश में पहली प्राइवेट ट्रेन के रूप में तेजस (Tejas) का ऑपरेशन किया जा रहा है. 

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रेलवे की ओर से तीन क्‍लस्‍टर मुंबई 2, दिल्‍ली 1 और दिल्‍ली 2 के लिए प्राइवेट ट्रेन प्रोजेक्‍ट के रूप में बोलियां मिली हैं. सूत्रों के मुताबिक, तीन क्‍लस्‍टर में करीब 30 जोड़ी प्राइवेट ट्रेन सर्विसेज (60 ट्रेनें)  शुरू की जाएंगी. इन पर करीब 7200 करोड़ रुपये का निवेश होगा. 

दिल्‍ली, मुंबई क्‍लस्‍टर में कंपनियों का ज्‍यादा रुझान 

प्राइवेट ट्रेन प्रोजेक्‍ट में पहली बार रेल नेटवर्क पर पैसेंजर ट्रेनें चलाने के लिए 30,000 करोड़ रुपये के प्राइवेट इन्‍वेस्‍टमेंट की उम्‍मीद की जा रही है. इस प्रोजेक्‍ट के लिए प्राइवेट कंपनियों को दो चरण की कॉम्पिटिटिव बिडिंग प्रॉसेस के जरिए सलेक्‍ट किया जाएगा.

इस प्रॉसेस में रिक्‍वेस्‍ट फार क्‍वालिफिकेशन (RFQ) और रिक्‍वेस्‍ट फार प्रपोजल (RFP) शामिल है. यात्रियों की भारी तादाद और रेवेन्‍यू को देखते हुए कंपनियों ने सबसे ज्‍यादा रुझान दिल्‍ली और मुंबई क्‍लस्‍टर के लिए दिखाया है. 

2027 तक 151 ट्रेनें चलाने का प्‍लान

एक इंटरनल रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय रेलवे का प्‍लन 2023 तक 12 ट्रेन के साथ प्राइवेट ट्रेन ऑपरेशन शुरू करने की है. 2027 तक रेलवे का प्‍लान 151 ऐसी ट्रेन सर्विस शुरू करना है. 

बता दें, देश में पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस 2019 में शुरू हुई थी. पहली तेजस एक्‍सप्रेस नई दिल्‍ली- लखनऊ रूट पर शुरू हुई थी. तेजस का ऑपरेशन रेलवे की सब्सिडियरी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्‍म कॉरपोरेशन (IRCTC) की ओर से किया जाता है.