Bullet Train in india: मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट से एक अपडेट है. इस रूट पर साल 2027 से बुलेट ट्रेन आम लोगों के लिए चलनी शुरू हो जाएगी. हालांकि इसका पहला ट्रायल साल 2026 में ही हो जाएगा. इसके अलावा, भारत की इस महत्वाकांक्षी ‘बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट’ के लिए जापान की हाई स्पीड की ट्रेन शिंकानसेन (भारत में बुलेट ट्रेन) को भारतीय परिस्थितियों के हिसाब से ढाला जा रहा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, शिंकानसेन ट्रेन में बदलाव कर इसे बुलेट ट्रेन परियोजना (Mumbai-Ahmedabad bullet train) के लिए भेजा जाएगा. भारत के तापमान, धूल और भार के हिसाब से इस ट्रेन में बदलाव किया जा रहा है.

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पहले ई5 शिंकानसेन सीरीज की ट्रेनें मिलेंगी

खबर के मुताबिक, नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के प्रबंध निदेशक सतीश अग्निहोत्री ने कहा कि यह परियोजना 2027 में सूरत-बिलिमोरा के बीच 48 किलोमीटर के खंड को पूरा करने के लिए तैयार है. इसका पहला ट्रायल इससे एक साल पहले किया जाएगा. हालांकि, यह परियोजना महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण के मुद्दों की वजह से अटकी हुई है. अग्निहोत्री ने कहा कि हमें फिलहाल जापान में चल रही ई5 शिंकानसेन सीरीज की ट्रेनें मिलेंगी. 

ट्रेन 320 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ने में सक्षम

भारत में बुलेट ट्रेन (Bullet Train in india) प्रोजेक्ट में सबसे पहले आने वाले ई5 सीरीज ट्रेन हिताची और कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज द्वारा निर्मित जापानी शिंकानसेन हाई-स्पीड ट्रेन का ही एक प्रकार है. ये ट्रेन 320 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ने में सक्षम है और 3.35 मीटर चौड़ी है. इस तरह की ट्रेनों में सबसे चौड़ी ट्रेन केवल फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों में ही उपलब्ध है. सूत्रों ने मुताबिक, जापानी इस पहलू पर भी काम कर रहे हैं कि ये ट्रेनें ‘भारतीय वजन’ ढोने में सक्षम हों, क्योंकि जापानियों का वजह कम होता है.

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दो घंटे में 508 किलोमीटर की दूरी होगी तय

भारत में बुलेट ट्रेनों के 320 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ने की उम्मीद है जिससे वे 508 किलोमीटर की दूरी लगभग दो घंटों में पूरी कर लेंगी. इसकी तुलना में, फिलहाल इस दूरी को तय करने में ट्रेनें सात घंटों का समय लेती हैं जबकि विमान लगभग एक घंटे का समय लेता है.