भारतीय रेलवे के उपक्रम IRCON ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (Bullet train project) के लिए कंसोर्शियम के जरिए बोली लगाई है. आने वाले समय में IRCON देश में हाई स्पीड रेल कॉरीडोर को तैयार करने में रुचि दिखा रही है. IRCON की भविष्य की योजनाओं और कमाई पर कंपनी के CMD एस के चौधरी ने ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी से बातचीत में दी ये जानकारी.

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IRCON के CMD एस के चौधरी ने बताया कि कंपनी फिलहाल भारत में 390 से ज्यादा प्रोजेक्ट पर और विदेशों में 125 से ज्यादा प्रोजेक्टों पर काम कर रही है. कंपनी इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन के हर तरह के प्रोजेक्ट पर काम करती है. उन्होंने बताया कि कंपनी ने देश में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की एलिवेटेड लाइन के लिए 237 किलोमीटर का पहला टेंडर भरा और दूसरा टेंडर लगभग 90 किलोमीटर का था. इनमें IRCON ने कंसोर्शियम के जरिए अप्लाई किया है. एक टेंडर लगभग 30 हजार करोड़ का है और दूसरा टेंडर लगभग 11 हजार करोड़ का है. ये पहला हाई स्पीड कॉरीडोर है. इस टेंडर से हम जो अनुभव प्राप्त करेंगे वो आने वाले समय में देश में अन्य हाई स्पीड कॉरीडोर जिनकी स्टडी चल रही है उन्हें बनाने में काम आ सकता है. इसी लिए इरकॉन ने इस टेंडर में भाग लिया है.  

IRCON को रेलवे से हाल ही में 3 बड़े ऑर्डर मिले हैं. रेलवे ट्रैक इलेक्ट्रिफिकेशन का लगभग 2250 किलोमीटर का ऑर्डर मिला है. इसकी कीमत लगभग 1900 करोड़ है. इसमें लगभग 8.50 फीसदी का मार्जिन है. वहीं दूसरा काम ब्रिज का है जिसमें 400 करोड़ के 9 रोड ओवर ब्रिज बनाने हैं. तीसरा काम सिग्निलंग का है जो लगभग 250 करोड़ है. जल्द ही रेलवे ट्रैक के डब्लिंग और ट्रिपलिंग का काम करने जा रही है. इसमें भी कई ऑर्डर इरकॉन को मिलेंगे.

उन्होंने बताया कि IRCON को उम्मीद थी कि मार्च 2021 तक पिछले साल की तुलना में 20 फीसदी की ग्रोथ का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन कोरोना महामारी के चलते पहले क्वॉटर में सिर्फ 50 फीसदी लक्ष्य पूरा किया जा सका. उम्मीद है कि इस क्वॉटर में उम्मीद है कि 90 फीसदी लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा. वहीं अगले दो क्वॉटर में लक्ष्य पूरे कर लिए जाएंगे. 5000 करोड़ के टॉर्गेट को पूरा कर लिया जाएगा.

 

अंतरराष्ट्रीय कारोबार के तहत बंगलादेश में 1000 करोड़ के रोड़ प्रोजेक्ट के लिए टेंडर भरा गया है. बांगलादेश में रेलवे के कई काम लाइन ऑफ क्रेडिट के तहत काम होने हैं उसके लिए भी टेंडर भरा जाएगा. मालदीव में भी आने वाले टेंडर में भी कंपनी भाग लेगी. जॉर्डर, मलेशिया और फिलिपिंस में भी काम के लिए बात चल रही है. लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसमें समय लग रहा है.

 

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भारतीय रेलवे की ओर से स्टेशनों के डेवलपमेंट के काम किया जा रहा है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का लगभग 6500 करोड़ का रीडेवलपमेंट के लिए टेंडर में कंपनी कंसोटियम के जरिए भाग लगेगी. इसमें कंपनी को काफी अच्छी कमाई होने की भी उम्मीद है.