प्रधानमंत्री वय वंदना योजना की शुरुआत मोदी सरकार ने मई 2017 में की थी. इस योजना का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन स्कीम का फायदा देना था. इस योजना के तहत 60 साल के या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक सिटिजन मासिक पेंशन का ऑप्शन चुनते हैं तो उन्हें 10 सालों तक 8 फीसदी का ब्याज मिलता है. अगर वो सालाना पेंशन प्लान चुनते हैं तो उन्हें 10 सालों के लिए 8.3% का ब्याज मिलेगा. 

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ये योजना एक सोशल सिक्योरिटी स्कीम और पेंशन प्लान है. इस स्कीम को एलआईसी द्वारा चलाई जा रही है. इस योजना के तहत निवेश की अधिकतम सीमा 15 लाख रुपए तय की गई है.

कैसे करें पॉलिसी में निवेश

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के तहत निवेश करने वाले ग्राहकों के पास ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पॉलिसी खरीदने का विकल्प है. ऑनलाइन खरीदने के लिए ग्राहकों को एलआईसी के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा और वहां जाकर पॉलिसी खरीद सकते हैं. जबकि ग्राहक चाहे तो एलआईसी की ब्रांच में जाकर प्रधानमंत्री वय वंदना योजना का फायदा उठा सकता है.

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना का लाभ

  • ये स्कीम एक निवेश योजना है. इसके जरिए किसी तरह की कोई टैक्स छूट नहीं मिलती है.
  • 60 से अधिक उम्र के नागरिक 1.5 लाख रुपए तक का अधिकतम निवेश 31 मार्च 2023 से पहले कर सकते हैं. 
  • निवेश के आधार पर नागरिकों को 1000 रुपए से लेकर 9250 रुपए हर महीने तक की पेंशन मिल सकती है. 
  • सामान्य इंश्योरेंस प्लान और टर्म इंश्योरेंस प्लान पर 18 फीसदी का जीएसटी लगाया जाता है लेकिन इस प्लान में ऐसा नहीं है. इसमें जीएसटी छूट मिलती है.

पॉलिसी वापस लेने के नियम

अगर कोई ग्राहक इस पॉलिसी को खरीदने के बाद संतुष्ट नहीं है तो वह खरीदने के 15 दिनों के अंदर इसे वापस कर सकता है. अगर पॉलिसी ऑफलाइन यानि ब्रांच में जाकर खरीदी गई है तो 15 दिन और ऑनलाइन खरीदी गई है तो 30 दिनों के अंदर वापस की जा सकती है. पॉलिसी को सरेंडर करते वक्त उसका कारण बताना भी जरूरी है.  नियम के मुताबिक उपभोक्ता को रिफंड मिलता है.