Wealth Guide: किसी के लिए भी फाइनेंशियल प्लानिंग की शुरुआत करने के लिए फाइनेंशियल एजुकेशन समझना सबसे पहला कदम है. अपने लाइफ में वित्त को सही तरीके से मैनेज करने के लिए आपको अपने इनकम के सही आवंटन, सही तरीके से ऋण प्रबंधन (Debt Management), सेविंग्स और वेल्थ निर्माण जैसी धन बचाने की मूल बातों को सीखना चाहिए. Groww के सीओओ और को फाउंडर हर्ष जैन (Harsh Jain) ने किसी भी व्यक्ति के लिए उन शरुआती कदमों और फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) का जिक्र किया है, जिसे अपनाकर कोई भी अमीर बन सकता है.

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हर्ष कहते हैं कि जितनी जल्दी आप पैसों के मामले में सेल्फ कंट्रोल सीख लेते हैं, उतने ही बेहतर तरीके से आप अपने फाइनेंस को मैनेज करने के लिए तैयार होंगे. क्रेडिट कार्ड से किसी भी समान को खरीदना बेहद आसान होता है. लेकिन बेहतर होगा कि आप उसका तब तक इंतजार करें जब तक कि आप उतनी बचत न कर लें. ब्याज के चक्कर में पड़ने से कहीं बेहतर है कि आप अपने खातों में बचत करें.

अपने फाइनेंशियल फ्यूचर के आउटलाइन को करें तैयार

जैन कहते हैं कि पैसों को मैनेज करना उतना आसान नहीं है, जितना आप सोचते हैं. इस बारे में अधिक जानने के लिए पर्सनल फाइनेंस पर कुछ बुनियादी किताबों को पढ़ें. इस बारे में रिसर्च करें कि आप अपने वित्तीय भविष्य को कैसे नियंत्रित कर सकते हैं. इससे आप हर वीकेंड में करने वाले बेहिसाब खर्चों के पहले उस पर पुनर्विचार करेंगे और यह आपको आर्थिक रूप से पहले से अधिक मजबूत करेगा.

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कहां जा रहे हैं पैसे

उन्होंने आगे कहा कि यह जानना आवश्यक है कि आपका पैसा कहां जा रहा है. यह फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण कारकों में से एक है. एक बार जब आप कुछ पर्सनल फाइनेंस के कुछ किताबों को पढ़ लेंगे, तो आपको पता चलेगा कि यह सुनिश्चित करना कितना महत्वपूर्ण है कि आपके खर्च आय से अधिक न हो और यह सुनिश्चित करने का सबसे सही तरीका बजट है. 

बजट बनाने से आपको पता चलेगा कि आपके सुबह की सामान्य सी कॉफी एक महीने में आपकी आय पर कितना बोझ डालती है. आपको अंदाजा लगेगा कि आपका मासिक खर्च आपकी आय से कैसे अधिक जा रहा है? आपका सारा पैसा कहां खर्च हो रहा है? इसके बाद ही आप तय कर पाएंगे आप किन खर्चों को जारी रखना चाहते हैं और किसे रोकने की आवश्यकता है.

हमेशा एक इमरजेंसी फंड रखें

उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि अपने फाइनेंस को मौनेज करने के लिए आपके पास हमेशा एक इमरजेंसी फंड का होना आवश्यक है. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी सैलरी कितनी कम है या आप पर कितना कर्ज है. आपके पास हमेशा एक इमरजेंसी फंड होना चाहिए. यह आपको आर्थिक रूप से किसी भी तरह की परेशानी से सुरक्षित रखेगा. 

रिटायरमेंट के लिए बचाएं

जैन ने कहा कि फाइनेंशियल प्लानिंग का मतलब रिटायरमेंट की प्लानिंग करना भी है. रिटायरमेंट के लिए बचत करने में प्रतीक्षा न करें. अपने वित्तीय लक्ष्यों को बनाने के लिए जितनी जल्दी हो सके शुरुआत कर दें. कंपाउंडिंग का लाभ उठाने के लिए जल्दी से बचत और निवेश करना शुरू करें. अपने रिटायरमेंट फंड को बढ़ाने के लिए कुछ नए निवेश जैसे स्टॉक, म्यूचुअल फंड, एफडी और अन्य में निवेश करना शुरू करें.

टैक्स को हल्के में न लें

उन्होंने आगे कहा कि आप अपने टैक्स को नजरअंदाज कर सकते हैं, लेकिन आपकी पहली तनख्वाह मिलने के साथ ही आयकर का काम शुरू हो जाता है. जब आप अपनी पहली तनख्वाह पाते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि टैक्स के कटने के बाद आपका वेतन कितना होगा. आज के समय में मार्केट में कई सारे ऑनलाइन कैलकुलेटर हैं, जो आपके लिए यह काम बड़ी ही आसानी से कर देंगे.

वेल्थ भी है हेल्थ

जैन ने कहा कि अपने हेल्थ से जुड़े खर्चों का भी ध्यान रखें. यदि आपको मंथली हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम भरने में मुश्किल आती है, तो जरा सोचिए कहीं अगर आपको किसी हेल्थ इमरजेंसी का सामना करना पड़े को क्या होगा. इसलिए स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) लेने के लिए किसी सही तारीख का इंतजार न करें. 

(Disclaimer: The views/suggestions/advice expressed here in this article are solely by investment experts. Zee Business suggests its readers to consult with their investment advisers before making any financial decision.)