e-Visa Application: अगर आप ई-वीज़ा अप्लाई कर रहे हैं या करने वाले हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि हो सकता है कि आप किसी फर्जी वेबसाइट के चक्कर में पड़ जाएं. दरअसल, वीज़ा ऐप्लीकेशन के लिए काम करने वाली जेनुइन वेबसाइट्स को कॉपी करके ऐसी वेबसाइट्स भी एक्टिव हैं, जो नकली हैं, लेकिन दिखती बिल्कुल जेनुइन हैं. ऐसे में बुद्धु बनने में देर नहीं लगेगी. और ये हम नहीं सरकार कह रही है.

लोकसभा में सरकार ने चेताया

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दरअसल, मोदी सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि कुछ अनधिकृत और गैर-मान्यताप्राप्त निजी वेबसाइट धोखाधड़ी वाले तरीकों से भारतीय ई-वीजा जारी करने का प्रयास करती हैं और इसे रोकने के लिए अनेक कदम उठाये गये हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि ई-वीजा के मामले में समय-समय पर सरकार के संज्ञान में यह बात आई है कि कुछ अनधिकृत और गैर-मान्यताप्राप्त निजी वेबसाइट भारतीय ई-वीजा जारी कराने का प्रयास करती हैं. 

उन्होंने कहा, ‘‘इनमें से कुछ वेबसाइट तो आधिकारिक भारतीय वीजा वेबसाइट सरीखी लगती हैं और सर्च इंजन के माध्यम से खोजने में दिखाई देती हैं. भारत सरकार ने इस तरह की चीजों को रोकने के लिए कई कदम उठाये हैं.’’ 

सरकार ने इनके खिलाफ क्या उठाए हैं कदम?

मंत्री ने कहा कि इस संबंध में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) ने गूगल सर्च इंजन के साथ भी समन्वय से काम किया है ताकि उस पर भारतीय वीजा के आधिकारिक लिंक ही प्रमुखता से दिखाई दें. राय ने कहा कि सरकार ने विदेशों में सभी भारतीय मिशन और पोस्ट को सलाह दी है कि अपनी वेबसाइट या सोशल मीडिया मंचों के माध्यम से परामर्श या सतर्कता नोटिस जारी करें ताकि भारतीय वीजा के लिए आवेदन करने वाले विदेशियों को लाभ हो.

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