Aadhaar Card Fraud: भारत में आधार कार्ड (Aadhaar Card) सबसे जरूरी और महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है. बैंक में खाता खुलवाना हो या किसी सरकारी योजना (Government Scheme) का लाभ उठाना हो, आपको कई जरूरी कामों के लिए आधार कार्ड देना ही पड़ता है. आधार कार्ड अब सिर्फ बड़ों के लिए ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए भी बहुत जरूरी डॉक्यूमेंट बन चुका है. आधार की बढ़ती जरूरतों के साथ-साथ इसके जरिए होने वाले वित्तीय फ्रॉड या धोखाधड़ी का जोखिम भी बढ़ता जा रहा है. आधार कार्ड जारी करने वाली सरकारी एजेंसी UIDAI (Unique Identification Authority of India) ने लोगों को आधार से होने वाले फ्रॉड के प्रति सावधान रहने की सलाह दी है.

ई-आधार डाउनलोड करने के बाद कंप्यूटर से डिलीट करना न भूलें

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यूआईडीएआई ने लोगों को सलाह दी है कि ई-आधार (E-Aadhaar) डाउनलोड करने के लिए इंटरनेट कैफे, कियोस्क या किसी अन्य सार्वजनिक कंप्यूटर का इस्तेमाल न करें. अगर ई-आधार डाउनलोड करने के लिए आपके पास सार्वजनिक कंप्यूटर का इस्तेमाल करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है तो इस बात का खास ध्यान रखें कि आपने जिस कंप्यूटर पर ई-आधार डाउनलोड किया है, वो फाइल कंप्यूटर में न छोड़ें और उसे काम पूरा होते ही तुरंत डिलीट कर दें. यहां आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि ई-आधार कॉपी को डिलीट करने के बाद उसे रिसाइकिल बिन (Recycle Bin) से भी डिलीट कर दें ताकि उसके गलत इस्तेमाल की कोई गुंजाइश न रहे.

क्या आपके 12 अंकों के आधार नंबर से हैक किया जा सकता है बैंक खाता

फ्रॉड के बढ़ते मामलों की वजह से लोगों के मन में आधार के इस्तेमाल को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. लोग जानना चाहते हैं कि क्या 12 अंकों के आधार नंबर के जरिए किसी का बैंक खाता हैक किया जा सकता है? लोगों के इस सवाल पर UIDAI ने जवाब देते हुए कहा कि अगर किसी व्यक्ति को आपके आधार कार्ड का 12 अंकों वाला नंबर मिल भी जाता है तो वह सिर्फ इस नंबर से आपका बैंक खाता हैक नहीं कर सकता है. इसके बावजूद अगर आप अपने आधार कार्ड को ज्यादा सुरक्षित बनाना चाहते हैं तो आप मास्क्ड आधार (Masked Aadhaar) का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. बताते चलें कि मास्क्ड आधार में आपके 12 अंकों वाले आधार नंबर के शुरुआती 8 अंक छिप जाते हैं और सिर्फ आखिरी के 4 अंक ही दिखाई देते हैं.