Home Loan EMI Calculation: महंगाई को कंट्रोल करने के लिए रिजर्व बैंक (RBI) ने सितंबर के आखिर में जारी अपीन बाई-मंथली मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी. रेपो रेट अब बढ़कर 5.90 फीसदी हो गया. यह रेपो रेट में लगातार चौथी बढ़ोतरी है. रेपो रेट बढ़ने से होम लोन (Home Loan), कार लोन (Car Loan), पर्सनल लोन (Personal Loan) की ईएमआई (EMI) बढ़ना तय माना जा रहा है. रिजर्व बैंक के इस फैसले के बाद बैंकों ने कर्ज महंगा करना शुरू भी कर दिया है. SBI, ICICI बैंक, HDFC समेत कई बैंकों ने लेंडिंग दरों में इजाफा कर दिया है. आइए Home Loan EMI Calculator से जानते हैं कि अगर आप SBI कस्‍टमर हैं और आपने 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का लोन लिया है, तो ब्‍याज दरें बढ़ने के बाद आपके लोन की EMI कितनी बढ़ जाएगी.

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SBI ने एक्‍सटर्नल बेंचमार्क बेस्‍ड लेडिंग रेट (EBLR) और रेपो-लिंक्‍ड लेंडिंग रेट (RLLR) में आधा फीसदी की बढ़ोतरी की है. SBI की वेबसाइट पर होम लोन की लेटेस्‍ट ब्‍याज दरों की डीटेल के मुताबिक, 1 अक्‍टूबर से मिनिमम लेंडिंग रेट 8.55 फीसदी हो गया.  

EMI का समझें कैलकुलेशन 

पिछली EMI 

लोन अमाउंट: 30 लाख रुपये 

लोन टेन्‍योर: 20 साल 

ब्‍याज दर: 8.05% सालाना 

EMI: 25,187 रुपये 

कुल टेन्‍योर में ब्‍याज: 3,044,793 रुपये 

कुल पेमेंट: 6,044,793 रुपये 

दरें बढ़ने के बाद EMI

लोन अमाउंट: 30 लाख रुपये 

लोन टेन्‍योर: 20 साल 

ब्‍याज दर: 8.55% सालाना (0.50 फीसदी बढ़ने के बाद रेट) 

EMI: 26,130 रुपये 

कुल टेन्‍योर में ब्‍याज: 3,271,131 रुपये 

कुल पेमेंट: 6,271,131 रुपये 

(नोट: यह कैलकुलेशन SBI होम लोन EMI कैलकुलेटर पर आधारित है.) 

EMI, ब्‍याज में कितना इजाफा?

होम लोन EMI कैलकुलेशन से साफ है कि ब्‍याज दरों में 0.50 फीसदी इजाफा होने से आपकी EMI में 943 रुपये का इजाफा हो जाएगा. वहीं, अब अगर आपमे होम लोन की ब्‍याज दरें अगले 20 साल तक स्थिर रहती हैं, तो आपको पूरे टेन्‍योर में अब 2,26,338 रुपये ज्‍यादा ब्‍याज चुकाना होगा. SBI समेत ज्‍यादातर बैंक क्रे‍डिट स्‍कोर लिंक्‍ड लोन ऑफर कर रहा हैं. जिसकी शुरुआती ब्‍याज दर 8.55 फीसदी है. इसका मतलब यह कि जिस कस्‍टमर का क्रेडिट स्‍कोर जितना अच्‍छा होगा, उसके लिए होम लोन उतना ही सस्‍ता पड़ता है.

एक्‍सटर्नल बेंचमार्क से लिंक्‍ड है नए होम लोन

रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक, अब बैंकों के होम लोन मार्जिनल कॉस्‍ट लेडिंग रेट (MCLR) और रेपो लिंक्‍ड लेडिंग रेट (RLLR) से लिंक्ड होते हैं. 2019 में आरबीआई ने सभी बैंकों को कहा था कि वे नए होम लोन को एक्सटर्नल बेंचमार्क से लिंक करें, क्योंकि बैंक रिजर्व बैंक के रेपो रेट घटाने का पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं दे रहे थे. बता दें, कोरोना महामारी के बाद तेजी से दुनियाभर में महंगाई तेजी से बढ़ी है. यूरोप, अमेरिका समेत तमाम देश बेतहाशा महंगाई से जूझ रहे हैं. दुनियाभर के सेंट्रल बैंक महंगाई पर काबू पाने के लिए आक्रामक तरीके से ब्‍याज दरें बढ़ा रहे हैं. भारत में रिजर्व बैंक ने भी मई 2022 से अबतक रेपो रेट में 190 बेसिस प्‍वाइंट का इजाफा किया है.