जनवरी के पहले ही हफ्ते में डिजिटल डकैती की एक हैरान करने वाली खबर आई. हैरान करने वाली इसलिए क्योंकि जो QR कोड हमें अपने आस-पास हर तरफ दिखाई देता है, उसी QR कोड के जरिए जालसाजों ने एक साहब के 19,500 रुपए पार कर दिए. और शिकार होने वाला भी कोई ऐसा वैसा शख्स नहीं, इंडियन आर्मी के मेजर.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हुआ यूं कि जम्मू-कश्मीर में पोस्टेड मेजर साहब छुट्टियां बिताने अपने होमटाउन पुणे आए हुए थे. इस बीच अपना पुराना स्मार्टफोन बेचने के लिए उन्होंने एक ऑनलाइन पोर्टल पर ऐड डाला. ऐड डालने के कुछ रोज बाद 26 दिसंबर 2019 की सुबह एक फोन आया. फोन करने वाले ने कहा कि वो आधी रकम एडवांस में ऑनलाइन भेजेगा, बाकी फोन मिल जाने के बाद दे देगा. उसने मेजर साहब को इस बात के लिए भी कनविंस कर लिया कि वो व्हॉट्सऐप पर एक QR कोड भेजेगा, जिसे स्कैन करते ही मेजर साहब के खाते में पैसे आ जाएंगे.

मेजर साहब उस अजनबी के बिछाए जाल से अनजान थे. जैसे ही उन्होने उस शख्स का भेजा हुआ QR कोड स्कैन किया, उनके खाते से अचानक 19,500 रुपए साफ हो गए. मेजर साहब ने आनन-फानन में अपना अकाउंट ब्लॉक कराया, उस शख्स को बार-बार फोन करने की कोशिश की लेकिन तब तक उसका काम हो चुका था. जाहिर है उसका फोन भी बंद हो गया था. मेजर साहब ने पुणे की पुलिस को खबर की. पुलिस की तफ्तीश में पता चला कि पैसे राजस्थान और एमपी की किसी यूपीआई आईडी पर भेजे गए थे. लेकिन, पुलिस ने ये भी कहा कि वो जालसाज पकड़ में आएगा, इसकी कोई गारंटी नहीं क्योंकि ऐसे ज्यादातर लोग फर्जी आईडी और ऐड्रेस दिखाकर सिम लेते हैं. तो आखिर ये QR कोड वाला नया फ्रॉड क्या है? कैसे एक QR कोड मिनटों में किसी का खाता साफ करने का जरिया बन सकता है?

क़िस्सा-ए-कंज़्यूमर: हर शाख़ पे जेबकतरे बैठे हैं

अब चूंकि Send Money और Request Money का चक्कर बहुत लोगों को पता चल चुका है तो ठगों ने अपनी चाल थोड़ी सी बदल दी है. ये लोग व्हॉट्सऐप पर अब भी वही Request Money का लिंक भेज रहे हैं लेकिन फर्क इतना है कि ये लिंक एक QR कोड के अंदर छुपा होता है. आप पूछेंगे ये कैसे करते हैं? तो समझने के लिए आप खुद करके देखिए. जो भी यूपीआई ऐप आपके फोन में है उसमें पहले Request Money पर क्लिक कीजिए. थोड़ा खोजने पर आप पाएंगे कि उस पेज पर आपको Generate QR Code का ऑप्शन भी मिलता है. जैसे ही आप उसपर क्लिक करते हैं तो 2 विकल्प खुलते हैं. एक Amount और दूसरा Remarks. अब आप इसमें जितने भी पैसे लिख देंगे उतने पैसे का Request Money का QR कोड खुद ही बन जाता है. ऐसा ही QR कोड भेजकर जालसाज आपका खाता साफ कर देते हैं. और रिमार्क में वो लिखते हैं 'Payment For...' जो भी चीज खरीदने का उन्होने झांसा दिया है उसका नाम. जैसे कि मेजर साहब के केस में अमाउंट में लिखा गया होगा 19,500 और रिमार्क में शायद लिखा होगा Payment For Moblile Phone. ध्यान देने की बात ये है कि यहां भी QR कोड खुलने के बाद जो पेज खुलता है उसपर Pay लिखा होता है, लेकिन अक्सर लोग इसपर ध्यान नहीं देते और पैसे पाने की हड़बड़ी में उसपर क्लिक कर देते हैं.

गिरिजेश कुमार के दूसरे लेख पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें