Public Provident Fund: स्मॉल सेविंग स्कीम्स में पब्लिक प्रोविडेंट फंड को लेकर निवेशकों में क्रेज लगातार बढ़ रहा है.  ICICI सिक्यॉरिटीज की रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019 से वित्त वर्ष 2022 के बीच पब्लिक प्रोविडेंट फंड का हाउसहोल्ड सेविंग्स में शेयर 19 फीसदी से बढ़कर 22.7 फीसदी पर पहुंच गया. हालांकि, पिछले तीन सालों से इंटरेस्ट रेट 7.1 फीसदी पर बरकरार है. हाल ही में EPFO ने एंप्लॉयी प्रोविडेंड फंड पर इंटरेस्ट रेट को 5 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 8.15 फीसदी किया है. रेपो रेट में बढ़ोतरी के कारण फिक्स्ड डिपॉजिट्स पर औसतन 7-7.5 फीसदी तक का ब्याज मिल रहा है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि 31 मार्च को सरकार PPF को आकर्षक बनाने के लिए इंटरेस्ट रेट में इजाफा कर सकती है.

कैसे होता है इंटरेस्ट रेट को लेकर फैसला

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तारेश भाटिया, सर्टिफाइड फाइनैंशल प्लानर प्रो और लेखक-द रिचनेस प्रिंसिपल्स, ने खास बातचीत में बताया कि 31 मार्च को सभी स्मॉल सेविंग स्कीम्स के लिए इंटरेस्ट रेट को लेकर फैसला लिया जाएगा. वर्तमान में पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर 7.1 फीसदी का ब्याज (Public Provident Fund Interest Rates) मिल रहा है. ब्याज का कैलकुलेशन सालाना कम्पाउंडिंग आधार पर होता है. फाइनेंस मिनिस्ट्री की तरफ से 2016 में एक नोटिफिकेशन जारी किया गया था. इसके मुताबिक, 10 साल की बेंचमार्क बॉन्ड यील्ड के आधार पर PPF, सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Scheme)​ और सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम्स (SCSS) के इंटरेस्ट का फैसला होता है.

PPF पर इंटरेस्ट रेट 50bps बढ़ सकता है

एक्सपर्ट ने कहा कि 30 मार्च 2023 को 10 साल की बेंचमार्क बॉन्ड यील्ड 7.37 फीसदी है. पब्लिक प्रोविडेंट फंड का इंटरेस्ट रेट इसके मुकाबले कम से कम 25 बेसिस प्वाइंट्स अधिक होना चाहिए. इस तरह मिनिमम इंटरेस्ट रेट 7.62 फीसदी का बैठता है. अभी इंटरेस्ट रेट 7.1 फीसदी है. इस आधार पर वर्तमान दर से 50 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी संभव है.

महंगाई का फैक्टर भी अहम

उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी कई फैक्टर इंटरेस्ट रेट तय करने में अहम होते हैं. महंगाई बढ़ी हुई है. फिक्स्ड डिपॉजिट पर इंडिविजुअल को 7-7.5 फीसदी का और सीनियर सिटिजन को 8 फीसदी से ज्यादा का ब्याज मिल रहा है. EPF, सुकन्या समृद्धि और सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम्स के लिए इंटरेस्ट रेट 8.15 फीसदी, 7.6 फीसदी और 8 फीसदी है.