Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (MFBY) को शुरू हुए 5 साल पूरे हो गए हैं. इस योजना को 13 जनवरी 2016 को लागू किया गया था. इस योजना के लिए किसानों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि फसल बीमा योजना से देश के करोड़ों किसानों को फायदा हुआ है. 

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प्रधानमंत्री (Narendra Modi) ने ट्वीट कर कहा, 'देश के अन्नदाताओं को प्रकृति के प्रकोप से सुरक्षा प्रदान करने वाली पीएम फसल बीमा योजना के आज 5 साल पूरे हो गए हैं. इस स्कीम के तहत नुकसान का कवरेज बढ़ने और जोखिम कम होने से करोड़ों किसानों को लाभ हुआ है. इसके सभी लाभार्थियों को मेरी बहुत-बहुत बधाई.'

नमो ऐप पर जानकारी (PM Fasal Bima Yojana on NaMo app)

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस फसल बीमा योजना (Fasal Bima Yojana) ने कैसे किसानों को अधिक से अधिक लाभ सुनिश्चित किया है और दावों के निस्तारण में कैसे पारदर्शिता बरती गई है जैसी संबंधित जानकारियां नमो ऐप के 'योर वॉइस' भाग में उपलबध है. उन्होंने लोगों से इन जानकारियों को साझा करने का भी आग्रह किया.

सरकार देती है प्रीमियम (Fasal Bima Yojana Premium)

केद्र सरकार ने किसानों को सबसे कम प्रीमियम पर एक बड़े फसल जोखिम बीमा समाधान प्रदान करने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का भरपूर लाभ उठाने को कहा है ताकि वे आत्मनिर्भर किसान हो सकें. 

बीमा योजना में किसान के हिस्से के प्रीमियम का खर्च राज्यों और भारत सरकार आपस में समान रूप से वहन करती हैं. पूर्वोत्तर राज्यों में 90 प्रतिशत प्रीमियम सहायता भारत सरकार देती है.

बीमित राशि में इजाफा (crop insurance scheme coverage)

पीएमएफबीवाई (PMFBY) के तहत औसत बीमित राशि बढ़ाकर 40,700 रुपये कर दी गई है जो पीएमएफबीवाई (PMFBY) से पूर्व की योजनाओं के दौरान प्रति हेक्टेयर 15,100 रुपये थी. योजना में बोआई से पूर्व चक्र से लेकर कटाई के बाद तक फसल के पूरे चक्र को शामिल किया गया है, जिसमें रोकी गई बोआई और फसल के बीच में खराब हालातों से होने वाला नुकसान भी शामिल है. बाढ़, बादल फटने और प्राकृतिक आग जैसे खतरों के कारण होने वाली स्थानीय आपदाओं और कटाई के बाद होने वाले व्यक्तिगत खेती के स्तर पर नुकसान को शामिल किया गया है.

किसानों की इच्छा पर बीमा लेना

इस योजना को सभी किसानों के लिए स्वैच्छिक बनाया गया है. फरवरी 2020 में इसमें सुधार किया गया. राज्यों को बीमा राशि को तर्कसंगत बनाने के लिए लचीलापन भी प्रदान किया गया है ताकि किसान इसका पूरा फायदा उठा सकें.

हर साल 5.5 किसान करते हैं अप्लाई (Fasal Bima Yojana Online Apply)

कृषि मंत्रालय के मुताबिक, इस योजना में साल भर में 5.5 करोड़ किसानों के आवेदन आते हैं. अब तक, योजना के तहत 90,000 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान किया जा चुका है. आधार सीडिंग ने किसान के खातों में सीधे दावा निपटान में तेजी लाने में मदद की है.

कोविड लॉकडाउन के दौरान भी लगभग 70 लाख किसानों को लाभ हुआ और इस दौरान 8741.30 करोड़ रुपये के दावे लाभार्थियों को ट्रांसफर किए थे.

फसल बीमा योजना के लाभ

- पीएम फसल बीमा योजना के तहत किसानो की फसलों में होने वाले नुकसान का बीमा दिया जाएगा.

- किसान की फसल कुदरती आपदा से नष्ट हुई है तो उन्हें इस योजना का फायदा प्रदान किया जाएगा.

- किसानों को खरीफ फसल 2 फीसदी के लिए रबी की फसल के लिए 1.5 फीसदी प्रीमियम का भुगतान करते हैं.

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