डाकघर कई छोटी बचत योजनाओं में निवेश का विकल्प देता है. इसमें एक विकल्प है पांच साल के लिए रेकरिंग डिपॉजिट (RD). भारतीय डाक की वेबसाइट के मुताबिक डाकघर पांच साल के इस रेकरिंग डिपॉजिट पर फिलहाल 7.3 प्रतिशत सालाना ब्याज दे रहा है. पोस्ट ऑफिस आरडी खाते में ब्याज की दर सालाना मिश्रित होती है. पांच साल के लिए रेकरिंग डिपॉजिट से जुड़ी बातों पर अगर आप गौर करें तो आपको निवेश करने और उससे होने वाले फायदे का पता चलेगा.

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नकद से या चेक के माध्यम से आरडी अकाउंट खोल सकते हैं

पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट नकद से या चेक के माध्यम से खोला जा सकता है. भारतीय डाक के मुताबिक, चेक की स्थिति में डिपॉजिट राशि जमा होने की तरीख को ही चेक जमा होने की तारीख मानी जाती है. रेकरिंग डिपॉजिट एक तरह से टर्म डिपॉजिट है. ये फिक्स्ड डिपॉजिट खाते से अलग है जिसमें एक तय राशि तय समय के लिए लॉक हो जाती है और तय रिटर्न मिलता है. इसमें नियमित अंतराल पर निवेशक पैसा जमा कर सकते हैं.

न्यूनतम 10 रुपये जमा करने की सुविधा

आप न्यूनतम 10 रुपये प्रति माह जमाकर भी पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट खोल सकते हैं. इसमें अधिकतम कितना पैसा निवेश कर सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है. निवेशक 5 और 10 के गुणांक में कोई भी राशि जमा कर सकते हैं. अगर आप 10 रुपये प्रति माह आरडी में निवेश करते हैं तो परिपक्वता अवधि में आपको कुल 725.05 रुपये प्राप्त होंगे. डाकघर के पांच साल के आरडी अकाउंट को आगे भी पांच साल के लिए सालाना आधार पर बढ़ाया जा सकता है.

(जी बिजनेस)

नॉमिनी सुविधा भी उपलब्ध

पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट में नॉमिनी सुविधा भी उपलब्ध है. अपने नॉमिनी को आप अकाउंट खोलते समय भी शामिल कर सकते हैं और अकाउंट खुलने के बाद भी जोड़ सकते हैं. आरडी अकाउंट डाकघर में एक से ज्यादा भी खोले जा सकते हैं. नाबालिग के नाम पर भी आप आरडी अकाउंट खोल सकते हैं. 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग का खाता खोला जा सकता है और उसे ऑपरेट किया जा सकता है. परिपक्वता के समय नाबालिग को अपने नाम पर खाता को बदलवाने के लिए आवेदन देना होता है.

ज्वाइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं

दो वयस्क मिलकर भी रेकरिंग अकाउंट खोल सकते हैं. सिंगल अकाउंट को ज्वाइंट अकाउंट में बदला जा सकता है और इसी प्रकार ज्वाइंट अकाउंट को सिंगल अकाउंट में बदला जा सकता है. डाकघर के आरडी अकाउंट से निवेश के एक साल बाद एक बार निकासी अधिकतम 50 हजार रुपये तक की जा सकती है. दुर्भाग्यवश खाता धारक का किसी वजह से निधन हो जाता है तो परिपक्वता पर कुल राशि नॉमिनी को एक ट्रस्टी के रूप में दे दी जाती है.