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इन दो सेविंग स्कीम्स पर जरूरत पड़ने पर ले सकते हैं लोन, जानें कितना चुकाना होगा ब्याज

Loan on saving schemes: जरूरत पड़ने पर किसान विकास पत्र (KVP) और नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) जैसी छोटी बचत योजनाओं पर लोन भी ले सकते हैं.
Updated on: October 21, 2021, 10.23 PM IST
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जरूरत पड़ने पर ले सकते हैं कर्ज

स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स भारतीयों के लिए सबसे लोकप्रिय डेट इन्वेस्ट में ऑप्शंस में से एक हैं. वे न सिर्फ लंबे समय के निवेश के लिए ज्यादा ब्याज दरों की पेशकश करते हैं, बल्कि इनमें से कुछ वित्तीय इमरजेंसी में पैसे की जरूरत पड़ने पर भी काम आते हैं.

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नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट

यह पांच साल का प्रोडक्ट है जो 6.8 फीसदी ब्याज देता है. एनएससी में आप जो न्यूनतम राशि निवेश कर सकते हैं वह 1,000 रुपये है जबकि निवेश की अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है. ये 1000 रुपये और इसके मल्टीपल में खरीदा जा सकता है. हालांकि इसमें सिर्फ 1.5 लाख रुपये तक का निवेश ही धारा 80C के तहत टैक्स डिडक्शन के लिए योग्य होगा. इसे किसी भी पोस्ट ऑफिस से खरीदा जा सकता है. NSC पर सालाना ब्याज मिलता है लेकिन यह केवल मैच्योरिटी पर ही देय होता है. 

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वैल्यू का 85 फीसदी तक लोन

बैंक ऑफ बड़ौदा की वेबसाइट के मुताबिक, अगर बची हुई मेच्योरिटी पीरियड तीन साल से कम है तो इन दो छोटी बचत योजनाओं की वैल्यू का 85 फीसदी तक लोन मिल सकता है. अगर रेसिडुअल मैच्योरिटी तीन साल से ज्यादा  है तो वैल्यू का 80 फीसदी तक लोन मिल सकता है. एक व्यक्ति ओवरड्राफ्ट के लिए इन securities को गिरवी भी रख सकता है.

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लगभग 11.9 परसेंट इंट्रस्ट रेट

भारतीय स्टेट बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, इनपर Loan के लिए लगभग 11.9 परसेंट इंट्रस्ट रेट वसूला जाता है. एक इन्वेस्टर इनको सिर्फ बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों, सार्वजनिक और निजी निगमों, सरकारी कंपनियों और लोकल अथॉरिटी संस्थानों को ही गिरवी रख सकता है.