कोरोना काल में बढ़ गए NPS और अटल पेंशन खाते, आप ऐसे दर्ज करा सकते हैं अपना नाम
राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) और अटल पेंशन योजना (APY) में एसेट मैनेजमेंट पांच लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है. PFRDA के चेयरमैन सुप्रतिम बंधोपाध्याय के मुताबिक 12 सितंबर तक प्रबंधन अधीन कुल एसेट लगभग 5 लाख करोड़ रुपये के करीब 4.93 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. हालांकि, इसमें से करीब 83 प्रतिशत एसेट केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के योगदान का है.
Updated on: September 20, 2020, 07.15 AM IST
यही नहीं NPS और APY के सदस्यों की कुल संख्या 3.68 करोड़ से ज्यादा हो गई है. इसमें केंद्र सरकार के 21.25 लाख कर्मचारी और राज्य सरकारों के 48.74 लाख कर्मचारी हैं. इनका योगदान क्रमश: 1.61 लाख करोड़ रुपये और 2.48 लाख करोड़ रुपये है. इसके अलावा 10.40 लाख अंशधारक कॉरपोरेट जगत के हैं जिनका योगदान 50,696 करोड़ रुपये है.
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एनपीएस लाइट के सदस्य बढ़े
NPS लाइट श्रेणी में 4,077 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 43.19 लाख सदस्य इससे जुड़े हैं. चालू कारोबारी साल में अप्रैल-अगस्त के बीच अटल पेंशन योजना के 20 लाख से ज्यादा नए ग्राहक बने. वही सितंबर के 15-16 दिनों में 4 लाख लोग और इस योजना का हिस्सा बने हैं.
इस योजना का मुख्य लक्ष्य असंगठित क्षेत्र के लोगों को पेंशन लाभ देना है. इसके तहत व्यक्ति को 1,000 रुपये मासिक से 5,000 रुपये मासिक की पेंशन देने का प्रावधान है.
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एनपीएस में दो तरह से निवेश
Wealth Management at Transcend Consultants के मैनेजर कार्तिक झावेरी के मुताबिक NPS में निवेश के दो विकल्प हैं. पहला विकल्प है-एक्टिव मोड, इसके तहत निवेशक हर साल अपने रिटर्न को देखकर इक्विटी और डेट के विकल्पों में बदलाव कर सकता है.
वहीं ऑटो मोड का विकल्प चुनने पर निवेशक के पैसे को 8 फंड मैनेजर हैंडल करते हैं और बाजार के अनुसार इक्विटी और डेट में बदलाव करते रहते हैं. NPS में निवेश करने पर आयकर की धारा 80CCD के तहत छूट मिलती है.
खाता खुलवाने के लिए नए लोगों के लिए Kyc (अपने ग्राहक को जाने) के लिए कोई भी दस्तावेज नहीं देना होता है. केवल ऑफलाइन Aadhaar के साथ खाता खोला जा सकता है और उसकी फोटो कॉपी देने की जरूरत नहीं है.
Pfrda पहले ही E-NPS/प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस केंद्रों (जहां NPS खाता खोला जाता है) को संभावित अंशधारकों की सहमति के साथ ऑफलाइन Aadhaar के जरिये NPS खाता खोलने की इजाजत दे चुका है. वहीं मोदी सरकार ने 2015 में APY शरू की थी. इसे असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए बनाया गया था. 40 साल तक की उम्र तक इसका खाता खोला जा सकता है. APY के दो फायदे हैं, पहला पेंशन और दूसरा इनकम टैक्स में छूट.