आम जिंदगी में आजकल पैसों का काफी महत्व हैं. ऐसे में आपका समझदारी से चलना बेहद जरूरी है. जानकारों का कहना है कि एक नियोजित और अनुशासन में रहकर खर्च करने से आप बचत भी कर सकेंगे और जिंदगी की जरूरतों और जिम्मेदारियों को समय पर पूरा भी कर सकेंगे. असल में हम कई मामलों में लापरवाह भी होते हैं. हमें यह समझना होगा कि सेहतमंद और सुखी रहना है तो निजी अर्थव्यवस्था का सही नियोजन अनिवार्य है. इसके लिए आपको आर्थिक मामलों में कुछ ठोस निर्णय लेने होंगे जो आपको अपने आर्थिक लक्ष्यों के पास ले जाएंगे. 

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आर्थिक मामलों पर पुनर्विचार करें और निजी लक्ष्य तय करें

अपनी संपत्तियों (आमदनियों) और जिम्मेदारियों का लेखा-जोखा करें. आर्थिक मामलों की समीक्षा करें. यह जानने की कोशिश करें कि पैसा कैसे काम करता है. उदाहरण के लिए यदि आप क्रेडिट कार्ड का खर्च कम कर देते हैं तो आपकी देनदारी कम हो जाएगी. इसलिए कि कई लोग इससे आवेग में आकर अनावश्यक खरीदारी कर लेते हैं. ऐसी खरीदारी नहीं करने का अर्थ ज्यादा बचत होना है. यह सोचना जरूरी है कि आप किन उद्देश्यों से बचत करना चाहेंगे (बच्चों की शिक्षा, नया घर, कार, ड्रीम हॉलिडे, आदि) और यह भी विचार करें कि कितने समय तक बचत करने से आपके ऐसे लक्ष्य पूरे हो जाएंगे.

बजट बनाकर अमल करें

आम जिंदगी में बजट बनाकर चलना समझदारी होती है. कई बार आपका बजट तो बिल्कुल तैयार होता है, पर आप इसके हिसाब से चलने में चूक कर देते हैं. बजट के हिसाब से चलेंगे तो न केवल आपके सभी खर्चे को पूरा करने का भरोसा रहेगा, बल्कि आपके आर्थिक लक्ष्य भी पूरे हो जाएंगे. ध्यान रखें, यदि किसी चीज की इच्छा से आपका मन मचल जाता है तो आप कर्ज में पड़ सकते हैं और आमद में भी रुकावट आ सकती है.

परिवार से सलाह-मशवरे के बाद करें निर्णय

बच्चों को भी बचत के लाभ बताएं और फिजूलखर्ची से बचने की सलाह दें. उन्हें आर्थिक मामलों की बुनियादी बातें बता कर आप परिवार के आर्थिक लक्ष्यों को आसानी से पूरा कर पाएंगे. घर का बजट आपस में मिल कर बनाएं ताकि सभी बचत और खर्च करने में भागीदारी करें और जिम्मेदारी बराबर बंट जाए.

सेहत के नाम पर बचत की शुरुआत करें

अच्छी सेहत के लिए स्वास्थ्य योजना बनाने में तत्परता दिखाएं. संपूर्ण स्वास्थ्य बीमा लेना बेहतर है, क्योंकि आप जानते हैं कि इलाज कितना महंगा हो रहा है और कैसे चिकित्सा बीमा, खास कर मेडिकल इमरजेंसी में आपकी मदद करता है. इलाज के भारी खर्च से परिवार को आर्थिक संकट में जाने से बचाने के लिए बीमा में निवेश एक शानदार बचत है.

बच्चों के भविष्य की योजना बनाएं

एक सर्वे में पाया गया कि अधिकांश भारतीय माता-पिता के लिए उनके बच्चे की शिक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है. हालांकि इसके लिए अधिकांश लोगों में सही योजना का अभाव देखा गया है. इसलिए बच्चों की उच्च शिक्षा पर खर्च करते हुए वे कर्ज में डूब जाते हैं. 

अपनों का भविष्य सुरक्षित कर दें

जीवन बीमा का आपके आर्थिक नियोजन में बुनियादी महत्व है. इसलिए यह ध्यान रखना होगा कि आपके पास पर्याप्त बीमा हो और आपके परिवार का आर्थिक भविष्य सुरक्षित हो. यह सोच कर योजना बनाएं कि जिसकी आमदनी से परिवार चलता है उसके गुजरने के बावजूद परिवार का वही जीवन स्तर बरकरार रखने के लिए कितनी रकम चाहिए. बाजार में पर्याप्त बीमा योजनाओं के कई विकल्प मौजूद हैं. आप सही सलाह लेकर सही चुनाव कर सकते हैं.